उज्जैन। जिला क्राइसिस मैनेजमेंट समिति की बैठक आज बृहस्पति भवन में आयोजित की गई। बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, विधायक श्री पारस जैन, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, श्री विवेक जोशी, श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला मौजूद थे। बैठक में सांसद श्री अनिल फिरोजिया वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये शामिल हुए। बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों ने एकमत से निर्णय लिया कि वे रंग पंचमी पर रंग नहीं खेलेंगे, न ही मिलन समारोह आयोजित करेंगे। सभी जनप्रतिनिधियों ने आमजन से आग्रह किया कि कोरोना से बचाव के लिये सभी लोग घर पर ही रहें। रंग पंचमी पर गेर, जुलूस आदि नहीं निकालें।
बैठक में निम्नानुसार निर्णय लिये गये :-
होम क्वारेंटाईन में रह रहे कोरोना पॉजीटिव मरीज यदि चाहें तो उनका उपचार निजी अस्पताल वाले घर पर ही कर सकते हैं। इस सम्बन्ध में अनुमति जारी की जा सकती है। साथ ही शासकीय चिकित्सा सुविधा भी उन्हें प्राप्त होती रहे, यह सुनिश्चित करने के लिये कहा गया है।
परिवार में यदि एक व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव आता है तो परिवार के अन्य सदस्यों को भी घर में क्वारेंटाईन रहना होगा। कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिये कंटेनमेंट झोन बनाकर यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाये कि कोरोना पॉजीटिव के परिजन यहां-वहां न घूमे।
बैठक में तय किया गया कि नगर निगम के विद्युत शवदाह गृह एवं गैस से संचालित शवदाह गृह को एक-दो दिन में हर हाल में प्रारम्भ किया जाये, जिससे लोगों को असुविधा न हो।
बैठक में बताया गया कि आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज एवं माधव नगर हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण करने के लिये यूडीए सीईओ श्री सुजानसिंह रावत को नोडल अधिकारी बनाया गया है। श्री रावत यह सुनिश्चित करेंगे कि माधव नगर हॉस्पिटल में क्रिटिकल कंडिशन वाले मरीज ही भर्ती हों, इससे गंभीर मरीजों के लिये इस उच्च स्तरीय अस्पताल में बेड उपलब्ध रहेंगे।
धारा-144 के तहत जारी किये गये प्रतिबंधात्मक आदेशों का पालन कड़ाई से एवं समान रूप से किया जाये। राज्य शासन द्वारा जारी की गई गाईड लाइन के अनुसार रेस्टोरेंट में खाद्य सामग्री पैक करके घर ले जाई जा सकती है। इसमें बाहर से आने वाले यात्रियों के लिये आंशिक छूट दी जा सकती है।
बैठक में निजी नर्सिंग होम्स एवं पैथालॉजी लेब द्वारा मनमाने ढंग से दवाओं के दाम वसूलने की जनप्रतिनिधियों द्वारा एक स्वर में जोरदार आलोचना की गई एवं इस पर कड़ा नियंत्रण लगाने के लिये कहा गया। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि जो लोग 1500 से 2000 रुपये के रेमेडीसीवियर इंजेक्शन के 5400 रुपये वसूल कर रहे हैं, उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये। इसी तरह सिटी स्केन के शुल्क में मनमानी वृद्धि पर भी अंकुश लगाने के लिये जिला प्रशासन को कहा गया है।
बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा कोविड के अलावा अन्य मरीजों से नर्सिंग होम में संचालित मेडिकल स्टोर से दवाईयों के मनमाने पैसे लिये जाने पर भी चर्चा की गई एवं केमिस्ट एसोसिएशन तथा ड्रग इंस्पेटर्स की बैठक आयोजित कर इस मनमानी वसूली पर तुरन्त रोक लगाने की बात कही गई।
बैठक में कलेक्टर ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वे रेंडमली सभी नर्सिंग होम में भर्ती कोविड पेशेंट के बिलों की जांच करें और जांच रिपोर्ट से क्राइसिस मैनेजमेंट टीम को अवगत करायें।