उज्जैन को झटका ?

उज्जैन।  कोरोना वायरस ने पर्यटन की कमर तोड़ दी है और उसके बाद महाशिवरात्रि जैसे पर्व पर आग उगलती शिप्रा और रहे छोटे-छोटे विस्फोट  की खबर जब सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से देश भर में पहुंची तो पर्यटकों के बीच सनसनी फैल गई। उज्जैन आने वाले कई पर्यटकों ने अपनी बुकिंग कैंसिल करा दी है। 

शास्त्रों में कहा गया है कि गंगा में स्नान और शिप्रा का अचमन करने मात्र से ही पाप का क्षय हो जाता है। पवित्र उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी में छोटे-छोटे विस्फोट और आग निकलने की घटना में श्रद्धालुओं के साथ साथ देश भर के पर्यटकों को भी चौंका दिया है। अभी यह तय नहीं हुआ है कि भूगर्भिक घटनाओं की वजह से ऐसे नजारे सामने आ रहे हैं या फिर किसी केमिकल रिएक्शन के कारण आग उगलने जैसी घटना हो रही है। यह सब कुछ दो-तीन दिनों में स्पष्ट हो जाएगा लेकिन महाशिवरात्रि के पहले हुई इस घटना ने उज्जैन के पर्यटकों को एक बार फिर आधे रास्ते से ही पलटने को मजबूर कर दिया है। 

देश के मेट्रो शहर से आने वाले श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने उज्जैन आने का मन बना चुके थे लेकिन सैकड़ों की संख्या में बुकिंग अब कैंसिल हो रही है। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा है कि कोई घबराने जैसी बात नहीं है, छोटी सी घटना को लेकर विस्तृत जांच की जा रही है। जहां पर आग निकलने की बात सामने आई है, वहां पर एक सुरक्षाकर्मी भी हमेशा के लिए तैनात कर दिया गया है। इस घटना का पटाक्षेप होने के बाद ही सुरक्षाकर्मी को वहां से हटाया जाएगा, मगर पर्यटकों  इस घटना का से बड़ा धक्का लगा है।

राजाधिराज महाकाल के नाम से जुड़ा है शिप्रा मैया का नाम

राजाधिराज महाकाल की जब भी सवारी निकलती है तब यह सवारी शिप्रा नदी के तट पर पहुंचती है और वहां पर राजाधिराज महाकाल का अभिषेक किया जाता है। प्राचीन समय से ही लोग स्नान करने के बाद शिप्रा मैया का जल लेकर भगवान महाकाल के दरबार में आते रहे हैं । भगवान महाकाल का नाम शिप्रा मैया के नाम से अलग नहीं किया जा सकता है। महाशिवरात्रि जैसे पावन पर्व पर के ठीक पहले शिप्रा नदी में हुई इस घटना ने कई प्रकार के सवाल खड़े कर दिए हैं। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक शिप्रा नदी में इंदौर से आने वाली कान्ह नदी का जल भी मिलता है। यह भी आशंका है कि इंदौर से आने वाली नदी के जल का केमिकल शिप्रा नदी में मिलकर रिएक्शन के चलते यह घटना हुई होगी, मगर अभी सभी प्रकार की संभावनाओं की जांच की जा रही है, जांच होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

मामला शिप्रा नदी से आग उगलने का

उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह की सक्रियता से GSI की टीम रात में ही उज्जैन पहुँच कर सुबह से कार्य प्रारम्भ करेगी

 

 

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