उज्जैन। कोरोना के प्रकोप के बीच अब मुक्तिधाम और चक्रतीर्थ में जमकर प्रतिस्पर्धा चल रही है। कभी चक्रतीर्थ पर अधिक संख्या में अंतिम संस्कार हो रहे हैं तो कभी मुक्तिधाम पर अधिक संख्या में शव पहुंच रहे हैं। सोमवार को उज्जैन के पूर्व सांसद डॉ चिंतामणि मालवीय ने चक्रतीर्थ और मुक्तिधाम का दौरा किया और व्यवस्थाओं में सुधार को लेकर अधिकारियों को फोन घन घनाए..।
कोविड अस्पताल में पीपीई किट पहनकर दौरा करने वाले पूर्व सांसद डॉ चिंतामणि मालवीय ने सोमवार को चक्रतीर्थ और त्रिवेणी स्थित मुक्तिधाम का भी दौरा किया। पूर्व सांसद डॉ चिंतामणि मालवीय को लगातार शिकायत मिल रही थी कि अंतिम संस्कार करने पहुंचने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । पूर्व सांसद डॉ चिंतामणि मालवीय ने व्यवस्थाओं को लेकर कहा कि मुक्तिधाम पर 8 लोगों की ड्यूटी लगाई गई थी जो लकड़ी जमाने में और अंतिम संस्कार करने में मदद कर रहे थे जिस प्रकार से अंतिम संस्कार के लिए लोग पहुंच रहे हैं, उसके मुताबिक 8 लोगों की संख्या कम थी। प्रशासनिक अधिकारियों को फोन लगाकर और अधिक संख्या में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने को कहा गया है। मंगलवार से मुक्तिधाम पर अधिक संख्या में कर्मचारी पहुंच जाएंगे ताकि अंतिम संस्कार में अधिक वक्त नहीं लगे । इसके बाद उन्होंने चक्रतीर्थ का भी दौरा किया। यहां पर भी चबूतरे के अलावा सड़क पर शव जलाने की तस्वीर सामने आई । डॉ चिंतामणि मालवीय ने दोनों स्थानों का दौरा करने के बाद लोगों से अपील की है कि वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ-साथ मास्क और कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करें । इन दृश्यों को देखकर उज्जैन की जनता एक ही सवाल पूछ रही है कि यह आग कब बुझेगी..?