शहर विकास के सारे सवालों के जवाब कलेक्टर के पास!

उज्जैन।  उज्जैन शहर में कई सालों से सेवा दे रहे ऐसे कई अधिकारी हैं जो आज तक शहर के नब्ज नहीं टटोल पाए लेकिन उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने चंद महीनों के भीतर शहर के विकास और रोजगार से लेकर कई ऐसी बारीकियों को परख लिया है जो उज्जैन की जरूरत है। उज्जैन शहर के विकास से जुड़े सभी सवालों के जवाब उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के पास मौजूद है।

शनिवार को स्मार्ट सिटी और महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य रुप से कलेक्टर आशीष सिंह ने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के सभी सवालों के सटीक जवाब से पत्रकार पूरी तरह संतुष्ट नजर आए। सबसे बड़ी बात यह रही कि चंद महीनों के कार्यकाल में ही उज्जैन कलेक्टर ने शहर के विकास को लेकर एक बड़ा खाका तैयार करने में काफी मेहनत की है । उन्होंने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजना पूरी होने के बाद मंदिर परिसर का क्षेत्रफल 8 गुना बढ़ जाएगा। अगर इस विस्तारीकरण में रूद्र सागर का क्षेत्र भी जोड़ दिया जाए तो महाकाल मंदिर परिसर लगभग 18 गुना बड़ा हो जाएगा। ऐसी स्थिति में देशभर के प्रमुख आकर्षण का केंद्र माने जाने वाले मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए काफी सुविधाएं भी जुट जाएगी।

श्री महाकाल महाराज मन्दिर परिसर विस्तार योजना एवं स्वच्छता अभियान में सहभागिता प्राप्त करने के लिये आज एक स्थानीय होटल में मीडिया कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में श्री महाकाल महाराज मन्दिर विस्तार योजना के बारे में मीडियाकर्मियों को कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी गई। इसके बाद मौजूद मीडियाकर्मियों से सुझाव भी प्राप्त किये गये। कलेक्टर ने कहा कि प्राप्त सुझावों पर विचार कर इन पर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। मीडिया कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल, एडीएम नरेन्द्र सूर्यवंशी, एएसपी अमरेंद्र सिंह, स्मार्ट सिटी सीईओ  जितेन्द्र सिंह चौहान, यूडीए सीईओ एसएस रावत, उपायुक्त नगर निगम श्रीमती कल्याणी पाण्डे सहित बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद थे।

कलेक्टर आशीष सिंह ने कार्यशाला में जानकारी देते हुए बताया कि योजना अन्तर्गत चल रही परियोजना के क्रियान्वयन से श्री महाकालेश्वर मन्दिर परिसर का क्षेत्रफल वर्तमान स्थिति से आठ गुना बढ़ जायेगा। योजना का कार्य दो चरणों में पूर्ण होगा। प्रथम चरण में श्री महाकालेश्वर वाटिका, श्री शिव अवतार वाटिका, महाकालेश्वर मार्ग, अर्थपथ क्षेत्र, रूद्र सागर तट विकास, नूतन विद्यालय परिसर, गणेश विद्यालय परिसर, पार्किंग, धर्मशाला, प्रवचन हाल एवं अन्नक्षेत्र का विकास किया जायेगा। द्वितीय चरण में महाराजवाड़ा परिसर का विकास, रूद्र सागर का जीर्णोद्धार, छोटा रूद्र सागर तट का विकास, रामघाट का सौन्दर्यीकरण, पार्किंग एवं पर्यटन सूचना केन्द्र, हरिफाटक पुल का चौड़ीकरण एवं रेलवे अण्डरपास, रूद्र सागर पैदल पुल, महाकाल द्वार एवं प्राचीन मार्ग, बेगमबाग मार्ग का विकास, रूद्र सागर पश्चिमी मार्ग का विकास तथा महाकाल पहुंच मार्ग का विकास किया जायेगा। प्रजेंटेशन के बाद कलेक्टर ने पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर दिये एवं उनके सुझावों को सुना।

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