घर छोटे थे इसलिए प्रशासन बन गया सहारा..

उज्जैन। उज्जैन के ढोली गली नयापुरा इलाके से कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद लोगों में दहशत बढ़ गई थी। यहां पर लोगों के मकान छोटे होने की वजह से उनके निवेदन पर जिला प्रशासन का सहारा बन गया है । उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया है।

उज्जैन में जिला प्रशासन लोगों की मदद के लिए कैसे आगे आ रहा है इसके उदाहरण कोरोना काल में लगातार देखने को मिल रहा है । उज्जैन के नयापुरा स्थित ढोली गली से कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद लगातार लोगों में दहशत फैल रही थी। यहां पर छोटे मकान और परिवार के सदस्यों की संख्या अधिक होने की वजह से लोग दहशत में थे। इसके बाद उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के पास यह शिकायत मिली कि लोग क्वॉरेंटाइन सेंटर में भी रहना चाहते हैं ।

उज्जैन कलेक्टर के निर्देश पर बसों के द्वारा लोगों क्वोरेंटाईन सेंटर ले जाया गया। इस पूरे मामले को लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें यह कहा जा रहा है कि ढोली गली नयापुरा में 70 लोगों को ले जाए जा रहा है । यहां पर कोरोना विस्फोट होने की आशंका है । यह खबर बिल्कुल अफवाह है। ढोली गली से फिलहाल कोई भी नया कोरोना पॉजिटिव सामने नहीं आया है। क्योंकि लोगों के मकान छोटे थे इसलिए उनके निवेदन पर जिला प्रशासन ने सहारा बनकर उन्हें को क्वोरेंटाईन सेंटर भेजा है।

उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने अपील की है कि कोरोना काल में कोई भी गलत वीडियो या फोटो पोस्ट ना करें । ऐसे में अफवाह फैलाने की कार्रवाई भी हो सकती है । जिला प्रशासन ने एक बार फिर लोगों से लाॅक डाउन का पालन करने की अपील की है। 

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