डींगे हाँकने वाले निजी अस्पतालों की पोल खुली, फिर सरकारी अस्पताल बनेगा सहारा

*बड़ी-बड़ी डींगे हांकने वाले निजी अस्पताल जब कोरोना काल में हांपने लगे तो एक बार फिर सरकारी अस्पताल ही लोगों का सहारा बनने वाला है*

*30 मई से माधव नगर में 100 बेड का डेडिकेटेड कोविड-19 हॉस्पिटल प्रारंभ होगा 15 बेड का आईसीयू भी*

*सर्दी , खाँसी , बुखार व कोरोना लक्षण वाले मरीजों का ओपीडी भी 30 मई ही से चालू होगा*

उज्जैन। उज्जैन जिले में कोरोनावायरस लड़ाई का एक नया दौर 30 मई से प्रारंभ हो रहा है। शासकीय चिकित्सालय माधवनगर में तैयार किए 100 बैड के गए डेडिकेटेड कोविड-19 हॉस्पिटल में उपचार कार्य प्रारंभ हो जाएगा । 15 दिन के रिकॉर्ड समय कोविड 19 हॉस्पिटल के रूप में अपग्रेड किये हॉस्पिटल में सेंट्रलाइज्ड ऑक्सीजन एवम सक्शन लाइन, 9 वेंटीलेटर ,सांस लेने में तकलीफ होने पर काम आने वाली बाईपैप मशीन, लिक्विड ऑक्सीजन स्टोर करने के लिए स्टील टैंक की व्यवस्था की गई है। यही नहीं सारे वार्डस की नई साज-सज्जा, प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन देने की सुविधा, आईसीयू , महिला एवं पुरुष के अलग अलग वार्ड , पोर्टेबल एक्स रे मशीन आदि की व्यवस्था की गई है ।

कलेक्टर से आशीष सिंह ने माधव नगर हॉस्पिटल में तैयार किए गए कोविड-19 अस्पताल की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया तथा निर्देश दिए कि 30 मई से यहां पर ओपीडी प्रारंभ करके कोरोना पॉजिटिव मरीजों की भर्ती प्रारंभ कर दी जाए। कलेक्टर ने प्रत्येक वार्ड का निरीक्षण किया तथा यहां विकसित की गई सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने आईसीयू ,कोविड-19 वार्ड , पीपीटी किट पहनने उतारने के लिए बनाए गए पृथक पृथक डॉनिंग एवं डोपिंग कक्षों का निरीक्षण किया ।उन्होंने तैयार की गई समस्त व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए व्यवस्थाओं को रिकॉर्ड समय मे तैयार करने के लिए अपर कलेक्टर श्री क्षितिज सिंघल ,मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी एवं निर्माण कार्य एजेंसी को बधाई दी है ।निरीक्षण के दौरान नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल , मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ महावीर खंडेलवाल ,सिविल सर्जन डॉक्टर आरपी परमार ,नोडल अधिकारी डॉ एचपी सोनानिया , माधव नगर हॉस्पिटल के प्रभारी डॉ भोजराज शर्मा , आईएमए के अध्यक्ष डॉ तपन शर्मा , डॉ आशीष पाठक एवं अन्य चिकित्सक मौजूद थे .

ऐसे बदल गया समय..

उज्जैन में निजी चिकित्सालयों के बीच इतनी जबरदस्त प्रतिस्पर्धा होती रही है कि एक मरीज के लिए उज्जैन में हत्या जैसी वारदात तक हो चुकी है . लेकिन कोरोना काल में ऐसे अस्पतालों की पोल खुल गई है जो बड़े-बड़े दावे करते थे. हर प्रकार की बीमारी का इलाज करने वाले चिकित्सक अब  क्लीनिक बंद कर बैठे हैं.  ऐसे नाजुक वक्त में माधव नगर चिकित्सालय का कोरोना मरीजों के लिए खुल जाना लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर है.

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