आॅनलाइन खरीदारी के दौरान आप हमेशा छूट पाना चाहते हैं, तो कुछ स्टार्टअप इसमें आपकी मदद कर सकते हैं. ये स्टार्टअप आपको फायदा दिलाकर ही कमाई करते हैं. एफिलिएट मार्केटिंग माॅड्यूल पर काम करने वाले ये स्टार्टअप आपको न सिर्फ आॅनलाइन सस्ता सामान लेने में मदद करते हैं, बल्कि आपको ये भी बताते हैं कि कोई प्रोडक्ट कहां सबसे सस्ता मिल रहा है.
डिस्काउंट और कैशबैकः सब एक जगह
अगर आप जानना चाहते हैं कि कौन-कौन से ई-रिटेलर के पास डिस्काउंट चल रहे हैं. आप जानना चाहते हैं कि कहां सबसे सस्ता प्रोडक्ट मिल रहा है. या फिर आप आॅनलाइन रिटेलर की तरफ से दिए जा रहे कूपन्स के बारे में जानकारी चाहते हैं. ये सब जानकारी आपको एक ही जगह मुहैया करने का काम ही ये स्टार्टअप करते हैं.
ई-रिटेलर्स की सेल में है 10 फीसदी हिस्सेदारी
बायहटके के संस्थापक और सीईओ गौरव दहाके के मुताबिक अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों की टोटल सेल में एफिलिएट मार्केटिंग प्लैटफाॅर्म की सहभागिता 10 फीसदी के करीब है. स्मार्टप्राइस के बिजनेस डेवलपमेंट और स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप हेड के.वी. अभिनय कहते हैं कि एफिलिएट मार्केटिंग भी प्रमोशन का एक माध्यम है. इंटरनेट के बढ़ते दायरे के साथ एफिलिएट मार्केटिंग का दायरा भी बढ़ रहा है.
क्या है एफिलिएटिंग मार्केटिंग माॅड्यूल
बायहटके के संस्थापक गौरव बताते हैं कि एफिलिएट मार्केटिंग एक इनोवेटिव बिजनेस माॅड्यूल है. उनके मुताबिक जब भी आप बायहटके व अन्य स्टार्टअप की वेबसाइट पर लिस्ट किए गए प्रोडक्ट्स पर क्लिक करके अमेजन या फ्लिपकार्ट की वेबसाइट पर पहुंचते हैं और यहां कोई प्रोडक्ट खरीदते हैं, तो इससे इन स्टार्टअप को कमीशन मिलता है. यह कमीशन 4 से 15 फीसदी के बीच हो सकता है. एफिलिएटिंग माॅड्यूल पर काम करने वाले स्टार्टअप के रेवेन्यू का यह सबसे बड़ा स्रोत है.