एक को मनाओ तो दूसरा रूठ जाता है : रेल लाइन शिलान्यास

उज्जैन। उज्जैन जिले से भारतीय जनता पार्टी की और से एक दो नहीं बल्कि तीन तीन सांसद मोदी सरकार में अगुवाई कर रहे हैं । शनिवार को उज्जैन – फतेहाबाद रेल लाइन के शिलान्यास समारोह में.. “एक को मनाओ तो दूसरा रूठ जाता है..” बोल की तर्ज पर भाजपा नेताओं के बीच खींचतान चलती रही । पहले तो हार्डिंग डॉ चिंतामणि मालवीय का नाम नहीं होने से उनके समर्थकों ने आक्रोश जताया। इसके बाद रेलवे विभाग के अधिकारियों ने तत्काल डॉक्टर चिंतामणि मालवीय के नाम की होर्डिंग की स्लिप बनवाकर  होर्डिंग पर लगवाई। इसके बाद राज्यसभा सांसद डॉक्टर सत्यनारायण जटिया नाराज दिखाई दिए । दरअसल उनका नाम भी होल्डिंग पर अंकित नहीं था। वैसे तो कार्यक्रम में अतिथि के रुप में ऊर्जा मंत्री पारस जैन को भी बुलाया गया था लेकिन उनका नाम भी होल्डिंग पर नहीं था। उल्लेखनीय है कि उज्जैन से डॉक्टर संध्या और थावरचंद गहलोत राज्यसभा सांसद है जबकि डॉ चिंतामणि मालवीय लोकसभा सांसद है मोदी सरकार में थावरचंद गहलोत कैबिनेट मंत्री हैं कार्यक्रम में रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ-साथ लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को भी अतिथि बनाकर बुलाया गया था क्योंकि उज्जैन फतेहाबाद ब्रॉडगेज लाइन का मामला काफी बड़ा है इसलिए श्रेय लेने की राजनीति में कोई भी पीछे नहीं लेना चाहता है आने वाले समय में विधानसभा के साथ-साथ लोकसभा चुनाव भी होना है ऐसे में होल्डिंगओं के नाम नहीं होना उनकी प्रतिष्ठा के लिए प्रश्न चिन्ह लगाता है यही वजह रही कि शिलान्यास समारोह में जमकर खींचतान देखी गई यह नजारा देखने को मिला कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यसभा सांसद और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ सत्यनारायण जटिया कार्यक्रम से जाने से रोका। 

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