उज्जैन। विधानसभा चुनावों को लेकर उज्जैन के जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की ऐतिहासिक और हाईटेक तैयारी शुरू हो गई है । इसी कड़ी में जिला प्रशासन और पुलिस विभाग में पत्रकारों से रूबरू होते हुए सबसे पहले इस बात पर जोर दिया कि विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और अधिक से अधिक मतदान उनकी प्राथमिकता रहेंगे ।
शुक्रवार को उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह और पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर ने सिंहस्थ मेला कार्यालय पर पत्रकारों से चर्चा की। दोनों अधिकारियों ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर इंतजाम के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए, इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग विशेष रुप से तैयारियां कर रहा है ।कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए निर्वाचन आयोग से शिकायत के अलावा और भी कई हाईटेक इंतजाम इस बार चुनाव में देखने को मिलेंगे ।उन्होंने यह भी बताया कि सभी राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों के साथ जिला प्रशासन समन्वय स्थापित कर चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है। इस बार सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 78000 फर्जी मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं। इसके अलावा 26000 नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं । यह पूरी तैयारी जनवरी से शुरू होकर अभी तक हो पाई है । उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन और अन्य विभागों के 11,000 कर्मचारी विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष रुप से संपन्न कराने में तत्पर रहेंगे।
श्री सिंह के अनुसार इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान सभी पोलिंग बूथ पर दिव्यांगों के लिए विशेष रूप से इंतजाम रहेंगे । इस बार मतदाता सूची में 2000 दिव्यांगों के नाम सामने आए थे लेकिन सर्वे के बाद दिव्यांगों की संख्या 10000 हो गई है। दिव्यांगों को पोलिंग बूथ पर व्हीलचेयर सहित अन्य इंतजामों की समीक्षा की जा रही है। इसके अतिरिक्त पिछले विधानसभा चुनाव में लगभग 74 पर्सेंट मतदान हुआ था। इस बार जिला प्रशासन शत प्रतिशत मतदान के प्रयास कर रहा है लेकिन कम से कम पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार 10% अधिक मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक लाने की कोशिश की जाएगी ।
तीन हजार वारंटियों की खैर नहीं- एसपी
पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा जो अभियान पवित्र चलाया गया था उसमें 400 से ज्यादा जिलाबदर और हजारों लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही हुई है , जिसकी वजह से विधानसभा चुनाव में सुरक्षा इंतजामों को लेकर अधिक मशक्कत नहीं करना पड़ेगी लेकिन इस बार भी पुलिस संवेदनशील पोलिंग बूथों पर विशेष रुप से इंतजाम करने जा रही है । पुलिस विभाग द्वारा सभी पोलिंग बूथों पर जिला बल के अलावा नगर सेना के जवान और एसएएफ के जवानों को तैनात किया जाएगा। इसके अतिरिक्त जिलेभर में 3000 वारंटियों की धरपकड़ के लिए लगातार अभियान चलेगा । उन्होंने बताया कि पुलिस ने पिछले दिनों हुई वारंट तामील में रिकॉर्ड बनाते हुए ढाई हजार से अधिक वारंट तामील करवाए है। इसके अलावा 1500 वारंटी है जो लंबे समय से फरार चल रहा है। पुलिस ऐसे वारंटियों पर इनाम घोषित करेगी तथा उनकी संपत्ति भी कुर्क करेगी । इसके अतिरिक्त मीडिया के माध्यम से फरार गुंडों का अख़बारों में भी प्रकाशित करवाया जाएगा ताकि उनकी गिरफ्तारी में आम लोगों का सहयोग मिल सके ।पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर निष्पक्ष चुनाव कराने की तैयारियों को लेकर स्पष्ट रूप से कहा है कि असामाजिक तत्वों को किसी भी कीमत पर चुनावी प्रभावित नहीं करने दिया जाएगा। दूसरे जिलों से आने वाले असामाजिक तत्वों की भी नाकों पर चेकिंग की जाएगी ताकि बाहर के गुंडे भी उज्जैन जिले की सीमा में प्रवेश नहीं कर सके। उज्जैन जिले की कुछ सीमा राजस्थान की सीमा से जुड़ी हुई है । इसे लेकर आने वाले दिनों में राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त रुप से बैठक की जाएगी।