उज्जैन कलेक्टर और एसपी ने रिकार्ड तोड़े.. एक साथ 107 तड़ीपार

स्वच्छता के मामले में इंदौर को दो बार नंबर वन के पायदान पर खड़ा करने वाले आईएएस अधिकारी मनीष सिंह उज्जैन में गुंडों की सफाई में पुलिस को पूरा योगदान कर रहे हैं । उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह और पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने गुंडों की ऐसी सफाई किए कि यह देश के रिकॉर्ड में दर्ज हो गई है। 

उज्जैन। विधानसभा चुनाव और धार्मिक आयोजनों की तैयारी अगर आपको देखना है तो धार्मिक नगरी उज्जैन चले आइए । यहां पर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग गुंडों की ऐसी सफाई कर रहा है कि आने वाले समय में उज्जैन जिले में अपराध करने से पहले असामाजिक तत्व 10 बार सोचने पर मजबूर हो जाएंगे । एक बार फिर उज्जैन कलेक्टर और एसपी ने ऐसा रिकॉर्ड बनाया है जो सुनकर हर कोई चौक जाएगा। उज्जैन जिले के 107 गुंडों को एक ही दिन में तड़ीपार कर दिया गया है। अब वे गुंडे उज्जैन और इंदौर संभाग के जिलों में पैर नहीं रख पाएंगे।

उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह और पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने 2 दिन पहले चुनाव की तैयारियों को लेकर पत्रकार वार्ता आयोजित की थी। इस पत्रकार वार्ता में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि विधानसभा चुनाव निष्पक्ष हो, इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग हर कदम उठाएगा। इस बार विधानसभा चुनाव में कोई गुंडागर्दी देखने को नहीं मिलेगी। इसके अलावा आने वाले समय में जो धार्मिक आयोजन होने वाले हैं, उसे लेकर भी पुलिस और जिला प्रशासन ऐसी कार्रवाई करेगा, जिससे उज्जैन जिले में शांति बनी रहेगी। पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर पहले ही जिला बदर के मामले में मध्यप्रदेश में रिकॉर्ड कायम कर चुके हैं । इस बार जिला प्रशासन के सहयोग के बाद अब उज्जैन जिला संभवतः देश का पहला ऐसा जिला बनने जा रहा है, जहां एक ही दिन में 107 गुंडों को जिला बदर किया गया है। उज्जैन जिले की समीपवर्ती जिले की सीमा पर तड़ीपार गुुंडे हींर रख पाएंगे । उज्जैन जिले के अलावा शाजापुर, इंदौर, धार, रतलाम, आगर आदि जिले शामिल है। जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के तालमेल के कारण यह संभव हो पाया है । गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर अब तक अपने 1 साल के कार्यकाल में 500 से ज्यादा गुंडों को जिला बदर करवा चुके हैं । इसके अलावा 12000 से ज्यादा लोगों पर प्रतिबंधात्मक कारवाई की जा चुकी है । यह रिकॉर्ड उज्जैन जिले की आबादी के अनुपात में मध्यप्रदेश का पहला जिला ही नहीं बल्कि देश का पहला जिला बन गया है ।

अब पांच साल का घेरा बना..

पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर ने बताया कि पहले चरण में ऐसे बदमाशों पर कार्रवाई की गई थी जो 1 साल से सक्रिय होकर कई अपराधों को जन्म दे चुके थे। अब 5 साल का रिकॉर्ड खंगालने के बाद जिला बदर की कार्यवाही की गई है। जिन 107 बदमाशों पर जिलाबदर हुआ है उनमें कई ऐसे अपराधी है जो पिछले 5 सालों में सक्रिय रहकर अपराधिक दुनिया से जुड़े हुए थे। ऐसे बदमाश आने वाले समय में दहशत का माहौल पैदा कर धार्मिक आयोजन में खलल पैदा कर सकते थे । इसके अतिरिक्त विधानसभा चुनाव में भी गुंडागर्दी के दम पर चुनाव प्रभावित करने का काम भी कर सकते थे। इन्हीं दो बातों को गंभीरता से ध्यान में रखते हुए जिला बदर की कार्रवाई की गई है। पुलिस कप्तान के मुताबिक जब भी जिला बदर की कार्रवाई होती है, तो छोटे-छोटे बदमाशों की अपराधिक गतिविधियों पर रोक भी लग जाती है। दूसरी तरफ कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि जिला प्रशासन आने वाले समय में त्यौहार और विधानसभा चुनाव को लेकर गंभीर है । इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं जिससे उज्जैन जिले में शांति बनी रहे।

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