वो भले ही वीआईपी के साथ हो, सरकार और महाकाल आम भक्तों के साथ..

उज्जैन। वीआईपी और अमीरों की चिंता भले ही कुछ लोगों को हो लेकिन कमलनाथ सरकार और सरकार के मंत्रियों को आम लोगों की चिंता है.. इतना ही नहीं भगवान महाकाल की सब पर नजर है..

कभी वीआईपी के लिए एक घंटा.. तो कभी वीआईपी के लिए 2 घंटा.. कभी सुबह दो घंटा.  कभी शाम को दो घंटे..  कभी दोपहर में 2 घंटे.. तो कभी आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद… तो कभी आम श्रद्धालुओं को समय अनुसार प्रवेश.. महाकालेश्वर मंदिर को एक प्रयोगशाला बना कर रख दिया है । गौरतलब है कि महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है । महाकालेश्वर मंदिर दर्शन के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में देशभर के श्रद्धालु आते हैं। यहां पर लोक परिवहन के साधनों से लेकर होटल और रेस्टोरेंट सहित अन्य व्यवसाय पर इसका असर पड़ता है। यह बात अलग है कि कमलनाथ सरकार और उज्जैन का जिला प्रशासन आम भक्तों के साथ है , लेकिन कुछ लोग केवल वीआइपी अमीरों की चिंता कर रहे हैं..  पिछले दिनों महाकालेश्वर मंदिर में गर्भ गिराने सभी का प्रवेश बंद कर दिया गया था। इस दौरान सुबह एक घंटा और शाम को एक घंटा वीआईपी दर्शन के लिए खोला जाता था। इस मामले को लेकर ज्ञापन और आवेदन निवेदन का दौर शुरू हो गया। इसके बाद सोमवार को इंदौर में बैठक हुई इस बैठक में प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने आम श्रद्धालुओं को पूरी सुविधा देने के निर्देश जारी किए । इतना ही नहीं आम श्रद्धालुओं को गर्भ गृह में प्रवेश देने को लेकर भी स्पष्ट निर्देश दिए गए। हालांकि अब यहां बताया जा रहा है कि वीआईपी को सुबह 2 घंटे और शाम को 2 घंटे समय दिया जाएगा। उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र और महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक सुजान सिंह रावत हमेशा से आम श्रद्धालुओं को सुविधा पहुंचाने की कोशिश में लगे रहते हैं। हालांकि कुछ लोग ऐसे हैं जिनका ही पूरे मामले में प्रभावित हो रहा था इसलिए एक नया परिवर्तन करवाया गया है । हालांकि यह नई व्यवस्था कब तक लागू रहेगी इसके बारे में कोई स्पष्ट नहीं कह सकता है लेकिन इतना जरूर है कि भगवान महाकाल को सबकी चिंता है।

एक नजर नई व्यवस्था पर

सुबह 4:00 बजे पट खुलने के बाद भस्म आरती होती है यह सिलसिला सुबह 6:00 बजे तक चलता है । इसके बाद सुबह प्रातः कालीन आरती होती है। इसके पश्चात भोग आरती की जाती है सुबह 7:45 से 9:45 तक और दोपहर में 3:00 से 5:00 बजे तक वीआईपी दर्शन की व्यवस्था की बात कही जा रही है । ऐसे में आम श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल पर जल चढ़ाने के लिए 4-5 घंटे से अधिक समय नहीं मिल पाएगा। ऐसी स्थिति में वीआईपी और आम श्रद्धालुओं की संख्या को लेकर अनुमान लगाए जा सकता है। गौरतलब है कि प्रवेश खोलने और बंद करने आदि की व्यवस्थाओं में भी आधे से पोन घंटा लगता है । ऐसे में आम श्रद्धालुओं के लिए आने वाले दिनों में कितनी परेशानी खड़ी होगी। यह स्वत  ही अंदाजा लगाया जा सकता है। अगर वीआईपी समय में आपको दर्शन करना हो तो दो लोगों के बीच पंद्रह सो रुपए की रसीद कटवाना पड़ेगी । ऐसे में गरीब आदमी की पहुंच से भगवान महाकाल वीआईपी समय में दूर हो जाएंगे।

मैं गरीबों और भक्तों के साथ हूं आर-पार की लड़ाई लडूंगा-  महेश परमार

तराना के विधायक महेश परमार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि मैं गरीबों और आम श्रद्धालुओं के साथ हूं । उन्होंने यह भी कहा कि मुझे बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं है। प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा पूरे मध्यप्रदेश के बड़े नेता और सर्वमान्य जनप्रतिनिधि हैं , उनके द्वारा जो भी निर्णय लिया गया होगा वह उचित होगा। मैं बैठक में शामिल नहीं था। अगर मुझे बैठक में बुलाया गया तो मैं स्पष्ट रूप से यही बात रखूंगा कि वीआईपी के लिए कोई समय निर्धारित नहीं होना चाहिए। इसके अलावा भगवान महाकाल का मंदिर का व्यवसायीकरण नहीं होना चाहिए। आम श्रद्धालु दूर-दूर से भगवान महाकाल के दर्शन के लिए आते हैं। ऐसे में अगर व्यवसायीकरण करते हुए समय की पाबंदी लगाई गई तो मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ जी से पूरे मामले की शिकायत करूंगा। इसके अलावा अपना पक्ष भी प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के सामने रखूंगा। विधायक महेश वर्मा ने कहा कि मैं गरीबों और आम श्रद्धालुओं के लिए आर-पार की लड़ाई लडूंगा भले ही सामने कोई भी खड़ा हो।

 

किसने क्या कहा-

मैंने तो हम श्रद्धालुओं के लिए पूरे समय महाकाल मंदिर खोलने के आदेश जारी किए हैं । अगर कोई अव्यवस्था सामने आएगी तो उसकी मॉनिटरिंग कर हल निकाला जाएगा।

–  सज्जन सिंह वर्मा प्रभारी मंत्री

श्रद्धालु और गरीबों को प्राथमिकता दिया जाना चाहिए आज मैं भोपाल में ही हूं प्रभारी मंत्री जी से भी चर्चा की जाएगी और अगर जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के भी मामला संज्ञान में लाया जाएगा।

– दिलीप गुर्जर, विधायक खाचरौद

नई व्यवस्था के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जा रही है इसके अलावा व्यवस्था पर नजर भी रखी जा रही है आम श्रद्धालुओं को अधिक समय और सुविधा मिलनी चाहिए मैं इस बारे में ऊपर तक बात करूंगा

– बटुक शंकर जोशी पूर्व विधायक

महाकालेश्वर मंदिर में आम श्रद्धालुओं के लिए अधिक से अधिक समय दिया जाना चाहिए । कमलनाथ सरकार गरीबों और आम भक्तों के साथ है। अगर शिकायत मिली तो प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा से बात की जाएगी।

– रवि शुक्ला, कांग्रेस नेता

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