उज्जैन। उज्जैन लोकायुक्त एसपी राजेश कुमार मिश्रा ने को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसकी घोषणा हो चुकी है । श्री मिश्रा को पुरस्कार मिलने से मध्य प्रदेश का नाम भी गौरवान्वित हुआ है । श्री मिश्रा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले हैं। वे उज्जैन में पहले भी सेवाएं दे चुके हैं। श्री मिश्रा की पारिवारिक पृष्ठभूमि में सभी पारिवारिक सदस्य बड़े ओहदे पर पदस्थ हैं ।
उज्जैन में सीएसपी रह चुके राजेश कुमार मिश्रा मध्य प्रदेश के दबंग और ईमानदार अधिकारियों में गिने जाते हैं। वे मुख्यमंत्री सुरक्षा इंतजाम का महत्वपूर्ण दायित्व भी सफलतापूर्वक निभा चुके हैं । इसके अलावा उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दी है । उज्जैन में पदस्थापना के दौरान श्री मिश्रा ने उन कालबेलिया का एनकाउंटर किया था जो पूरा मध्य प्रदेश के लिए सिरदर्द बन गए थे । इंगोरिया थाना क्षेत्र में श्री मिश्रा के नेतृत्व में दो कुख्यात अपराधियों का एनकाउंटर हुआ था । इसके अलावा उनके खाते में कई और उपलब्धियां भी शामिल है । उज्जैन में पदस्थ रहते हुए उन्होंने कई ऐसे अंधे कत्ल का खुलासा भी किया था जो इतिहास के पन्ने पर दर्ज हो गए हैं। हर साल 26 जनवरी पर राष्ट्रपति पुरस्कार की घोषणा होती है इस बार भी घोषणा हो चुकी है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार जिन अधिकारियों को सम्मानित करने की घोषणा हुई है उनमें सत्येंद्र सिंह तोमर और सिद्धार्थ चौधरी भी उज्जैन में पदस्थ रह चुके हैं। श्री तोमर उसी जीवाजीगंज थाने में सीएसपी रह चुके हैं , जहां पर राजेश कुमार मिश्रा अपनी सेवाएं दे चुके हैं जबकि श्री चौधरी लोकायुक्त एसपी उज्जैन रह चुके हैं , यहां पर श्री मिश्रा वर्तमान में सेवाएं दे रहे हैं। इस संयोग के साथ श्री मिश्रा को राष्ट्रपति पुरस्कार की घोषणा होने से पुलिस विभाग में भी खुशी है। श्री मिश्रा अपने मातहतों के बीच भी काफी लोकप्रिय रहे हैं । उन्होंने उज्जैन में अपनी पदस्थापना के दौरान कई कुख्यात बदमाशों के जुलूस भी निकाले थे । यही वजह है कि बदमाशों में उनका काफी खौफ रहा था। वर्तमान में लोकायुक्त एसपी के रूप में सफलतापूर्वक कार्य कर रहे श्री मिश्रा 15 अगस्त को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित होंगे। उज्जैन चर्चा परिवार की ओर से श्री मिश्रा को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।