उज्जैन। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के रास्ते को लेकर उज्जैन की राजनीति गरमा गई है। बीजेपी का कहना है कि महाकाल मंदिर का मार्ग बाधित हो रहा है उसे खुलवाना चाहिए। सीएए को लेकर जो आंदोलन हो रहा है उस धरने से मार्ग बाधित हो रहा है । दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि महाकालेश्वर मंदिर जाने के आधा दर्जन से अधिक रास्ते हैं और सभी रास्ते चालू है । उज्जैन का जिला प्रशासन भी कांग्रेस के दावे को सही ठहरा रहा है । देखिए पूरी रिपोर्ट।
उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर विश्व भर में शिव भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र है । यहां पर जो भी मन्नत मांगी जाती है वह पूरी होती है। यहां पर राजनीति में सफलता पाने के लिए बड़े-बड़े राजनेता शीश नवाते हैं लेकिन विश्व भर के धर्मालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहने वाले प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर को लेकर इन दिनों उज्जैन में लगातार राजनीति हो रही है। राजनीति की शुरुआत सीएए को लेकर शुरू हुए धरने से हुई है । बेगम बाग कॉलोनी में महाकालेश्वर मंदिर की ओर आने वाले एक रास्ते को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं । भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का दावा है कि महाकाल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मार्ग बाधित हो रहा है । इस मार्ग पर धरना खत्म करवा कर रास्ते को खुला जाना चाहिए। महाकाल मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मार्ग बाधित हो रहा है जिसके कारण श्रद्धालुओं को दिक्कत आ रही है। इस दावे को लेकर उज्जैन में भाजपा नगर अध्यक्ष विवेक जोशी, विधायक पारस जैन सहित अन्य भाजपा नेताओं ने पत्रकार वार्ता भी ली। इस पूरे मामले को लेकर लगातार बीजेपी नेताओं की ओर से बयान आ रहे हैं उनका कहना है कि शिवरात्रि महापर्व कुछ ही दिनों बाद है ऐसी स्थिति में देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत आ रही है। इस अव्यवस्था के कारण महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के व्यापारियों का धंधा भी प्रभावित हो रहा है।
दूसरी तरफ कांग्रेस ने बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कंट्रोल रूम के समीप एक होटल में पत्रकार वार्ता आयोजित की। इस पत्रकार वार्ता में विधायक महेश परमार पूर्व विधायक बटुक शंकर जोशी, कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी, योगेश शर्मा, मनीष शर्मा, जिला अध्यक्ष कमल पटेल, विवेक गुप्ता और राजेश तिवारी शामिल हुए। पत्रकार वार्ता में कॉन्ग्रेस विधायक महेश परमार की ओर से गंभीर आरोप लगाए गए। श्री परमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता लोगों को गुमराह कर रहे हैं । महाकालेश्वर मंदिर जाने के लिए आधा दर्जन से अधिक रास्ते चालू है। जहां पर सीएए के विरोध में धरना हो रहा है वहां भी रास्ता चालू है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार माफियाओं के खिलाफ अभियान चला रही है। पिछले 15 सालों में जो माफिया सक्रिय है, उन्हें खत्म करने का काम किया जा रहा है। इसी बौखलाहट के चलते बीजेपी के नेता झूठे आरोप लगा रहे हैं। नगर अध्यक्ष महेश सोनी में एक बार फिर इस बात को दोहराया कि बीजेपी के कुछ नेता सरकारी की जमीन पर निवास कर रहे हैं और उन पर जिला प्रशासन कार्रवाई करने वाला है, इसलिए मामले को डायवर्ट किया जा रहा है। पूर्व विधायक बटुक शंकर जोशी ने जिला प्रशासन द्वारा सरकारी की जमीन पर मकान बनाने को लेकर नोटिस जारी होने की बात कही है। हालांकि कलेक्टर शशांक मिश्रा नोटिस जारी होने को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की है।
पत्रकार वार्ता के बाद कांग्रेस नेता मीडिया के साथ महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे और उन्होंने भगवान महाकाल के दर्शन किए। इस दौरान मीडिया को महाकालेश्वर मंदिर आने जाने वाले मार्गो के बारे में पूरी जानकारी दी। कांग्रेस नेता उसी मार्ग से गुजरे जिस मार्ग को खुलवाने के लिए बीजेपी ने अपनी आवाज उठाई है। इसके अलावा हरसिद्धि और मुख्य मार्ग से भी वाहनों का आवागमन शुरू किए जाने की बात कही है।
इस पूरे मामले को लेकर महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और जिला कलेक्टर शशांक मिश्र ने भी कांग्रेस के दावों को सही बताया है । श्री मिश्र ने कहा कि महाकालेश्वर मंदिर जाने वाले मार्ग किसी भी प्रकार से बाधित नहीं है । श्रद्धालुओं को आवागमन का सुलभ मार्ग उपलब्ध है । महाकालेश्वर मंदिर जाने के लिए रास्ते चालू है । महाकाल मंदिर मार्ग बंद होने की जानकारी भ्रामक है।