हमेशा मोहन यादव ही क्यो कांग्रेस के टारगेट पर ?

उज्जैन/भोपाल (राजनीति संवाददाता)। राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच नूरा कुश्ती कोई नई बात नहीं है लेकिन शिवराज सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव हमेशा से ही कांग्रेस के टारगेट पर रहे हैं । इसके पीछे एक दो नहीं बल्कि कई ऐसे कारण है जिसकी वजह से कैबिनेट मंत्री को टारगेट किया जाता रहा है। 

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्र राजनीति की शुरुआत करने वाले कैबिनेट मंत्री मोहन यादव ने हमेशा विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष किया है । मोहन यादव उज्जैन जिले के शायद एकमात्र ऐसे विधायक और मंत्री हैं जो एक बार टिकट मिलने के बावजूद चुनाव लड़ने से इंकार कर चुके हैं। कैबिनेट मंत्री मोहन यादव को बडनगर से विधानसभा का टिकट मिला था लेकिन उन्होंने पार्टी को टिकट लौटा दिया। इसके बाद कैबिनेट मंत्री मोहन यादव ने दो बार दक्षिण विधानसभा सीट से संघर्षपूर्ण चुनाव लड़कर ऐतिहासिक जीत जीत दर्ज कराई । कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष जय सिंह दरबार और दिग्विजय सिंह के कट्टर समर्थक राजेंद्र वशिष्ट को मोहन यादव ने भारी बहुमत से पराजित किया। कैबिनेट मंत्री मोहन यादव हमेशा से कांग्रेस के टारगेट पर रहे हैं । उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव पर पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने हाल ही में कथित आरोप लगाए हैं । पूरे मामले को लेकर शहर के लोग भी इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि इसी सिंहस्थ बाईपास की भूमि हो सिंहस्थ से मुक्त करने के लिए सबसे ज्यादा सुझाव और आवेदन आए हैं । इसके अलावा राजस्व की प्राप्ति के लिए भी आवासीय क्षेत्र को बढ़ाना बेहद जरूरी है। इसके अतिरिक्त शहर के विकास के लिए भी आवासीय क्षेत्र बढ़ना चाहिए ताकि शहर के आसपास के इलाके में ही लोगों को भवन मिल सके। सिंहस्थ महापर्व के लिए पहले से आगर रोड, नागदा रोड और बड़नगर रोड ब्लॉक हो चुके हैं। अब ऐसी स्थिति में नए क्षेत्रों को ब्लॉक करने से शहर का विकास भी रुक जाएगा। यही वजह है कि मास्टर प्लान को लेकर बनाई गई समिति जनहित में फैसले कर रही है।

दूरदृष्टि और पक्का इरादा..

पहले तो उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव किसी भी दूसरी विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा हस्तक्षेप करने वाले नेता नहीं है लेकिन वे इतना दमखम जरूर रखते हैं कि उनके क्षेत्र में कोई दूसरा हस्तक्षेप नहीं करें । कांग्रेस भले ही श्री यादव कई सालों से आरोप लगा रही है मगर आज तक एक भी आरोप साबित नहीं हो पाया है। विकास प्राधिकरण अध्यक्ष रहते हुए मोहन यादव ने जो इतिहास रचा है, वह सबके सामने है। कैबिनेट मंत्री मोहन यादव ने विकास पुरुष का तमगा भी उज्जैन शहर की जनता से ही हासिल किया है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बार उन्होंने अपनी सरकार में शामिल किया है । मोहन यादव ऐसे नेताओं में गिने जाते हैं जो दूर दृष्टि के साथ-सथ पक्का इरादा रखते हैं । जब उन्होंने प्राधिकरण अध्यक्ष रहते हुए महामृत्युंजय द्वार बनाया था उस समय कई सवाल खड़े किए गए थे मगर आज यह महामृत्युंजय द्वारा उज्जैन की पहचान बन गया है। इसी तरह कई और विकास कार्य अमर हो गए हैं।

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