उज्जैन। उज्जैन में कोरोना को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इसके दौरान अधिकारियों की रवानगी जनता के बीच कई सवाल खड़े कर रही है।
उज्जैन में कोरोना को लेकर कलेक्टर आशीष सिंह के साथ साथ कंधे से कंधा मिलाकर एडीएम और आईएएस अधिकारी नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी प्रबंधन में लगे हुए थे । वर्तमान में उनकी उज्जैन को काफी जरूरत है। आईएएस अधिकारी नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी उज्जैन में अपनी सेवा के कई वर्ष दे चुके हैं । वे उज्जैन में अनुविभागीय अधिकारी भी रह चुके हैं । ऐसी स्थिति में उन्हें उज्जैन के बारे में बेहद अच्छी तरह जानकारी है। इसका लाभ हो उज्जैन को लगातार मिल भी रहा है । वर्तमान समय में एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह चौहान के साथ वे लगातार व्यवस्थाओं को सुधारने में लगे हुए हैं। इन सब के बीच सरकार ने फरमान जारी कर दिया है । उन्हें बीना भेजा जा रहा है । बीना में एक बड़ा ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहा है , वहां पर 1000 बिस्तर का अस्पताल भी बनेगा । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में एक बयान भी जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि रिफाइनरी से ऑक्सीजन की सप्लाई कठिन काम है, इसलिए 1000 बिस्तर का अस्पताल रिफाइनरी के पार्टी बना दिया जाएगा। इस काम में पूर्व में उज्जैन कलेक्टर ने चुके नीरज मंडलोई सहित अन्य अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि उज्जैन में वर्तमान में प्रशासन की रीढ़ माने जाने वाले आईएएस अधिकारी और एडीएम नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी को भी उज्जैन से हटाकर बीना की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। वर्तमान में अगर उज्जैन के हालात सामान्य होते तो किसी प्रकार के सवाल नहीं होते, मगर अब कई जनप्रतिनिधि और आम लोग भी बदली जा रही व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उज्जैन की जनता की अपील है कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए उज्जैन से ऐसे अधिकारियों को नहीं हटाए। गुरुवार को ही एडीएम नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने उज्जैन के कई निजी अस्पतालों का दौरा किया और अव्यवस्थाओं को ठीक किया, ऐसे अधिकारियों की वर्तमान में उज्जैन को बेहद जरूरत है।
मैं मुख्यमंत्री से बात करूंगा – प्रभारी मंत्री
उज्जैन के प्रभारी मंत्री मोहन यादव ने इस पूरे मामले को लेकर कहा है कि वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एडीएम नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी उज्जैन के लिए जाना पहचाना नाम है। वर्तमान परिस्थितियों में उन्हें हटाया जाना उनकी दृष्टि से उचित नहीं है । प्रभारी मंत्री मोहन यादव को बताया गया कि लोग भी इस पूरे मामले को लेकर असंतोष जाहिर कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि लोगों की भावनाओं के अनुरूप सरकार आगे कदम उठाएगी।