पिनेकल ड्रीम्स: 3 सितम्बर को ऐसा रास्ता निकालने की उम्मीद..

उज्जैन/इंदौर। उज्जैन और इंदौर के ऐसे निवेशकों की एक बार फिर उम्मीद बंधी है जो पिनेकल ड्रीम्स में अपना जीवन भर का पैसा निवेश कर ठगी महसूस कर रहे थे।  3 सितंबर को एसआईटी की बैठक में कुछ रास्ता निकलने की उम्मीद जगी है। इस पूरे प्रोजेक्ट को भोपाल का एक बिल्डर अपने हाथों में लेने वाला है। ऐसी बात कही जा रही है ।

इंदौर के सबसे बड़े घोटाले के रूप में सामने आए पिनेकल ड्रीम्स के मामले में अब निवेशकों और यूजर्स को एक नई उम्मीद बंधी है। गौरतलब है कि उज्जैन के रहने वाले आशीष दास को पुलिस ने कुछ समय पहले गिरफ्तार किया था। करोड़ों रुपए के घोटाले को लेकर इंदौर में पुलिस और प्रशासन के सहयोग से एक एसआईटी गठित की गई थी। इस एसआईटी के पास लगभग ढाई सौ शिकायतें पहुंची है। इनमें डेढ़ सौ से ज्यादा शिकायतों का परीक्षण भी किया जा चुका है। आशीष दास की ओर से शुरू से यह कहा जा रहा था कि वह किसी का भी पैसा हड़पना नहीं जाता है, बल्कि लोगों को पिनेकल ड्रीम्स में फ्लैट देना चाहता है। एक बार फिर एसआईटी के सामने भी यही बात आई है । एसआईटी को आशीष दास के वकील ने स्पष्ट रूप से कहा है कि एक बड़े बिल्डर से बात चल रही है। उसे पिनेकल ड्रीम्स का प्रोजेक्ट हैंड ओवर कर दिया जाएगा। इसके बाद जिन लोगों को फ्लैट चाहिए, उन्हें फ्लैट भी मिल जाएंगे। इस पूरे मामले को लेकर एसआईटी ने 3 सितंबर को बैठक बुलाई है। इस बैठक में आशीष दास को कहा गया है कि बिल्डर को भी बुलाया जाए। बताया जाता है कि पिनेकल ड्रीम्स में 30 करोड रुपए से अधिक लागत के निर्माण कार्य बाकी है। इसके अलावा सैकड़ों की संख्या में लोगों ने मल्टी में निवेश कर रखा है। ऐसे में लोगों का करोड़ों रुपया निर्माण कार्य पूरा नहीं होने की वजह से फंस चुका है। हांलाकि आशीष दास को इस प्रोजेक्ट में भारी नुकसान हुआ है, जिसकी वजह से ऐसी परिस्थितियां बनी है। आशीष दास ने जब प्रोजेक्ट लांच किया था तब लगभग ढाई हजार प्रति वर्ग फीट से मल्टी के फ्लैट बेचे गए थे, लेकिन समय पर काम पूरा नहीं होने की वजह से मटेरियल के दाम आसमान पर पहुंच गए और लागत महंगी पड़ने लगी। इसके बाद आशीष दास का प्रोजेक्ट लड़खड़ा गया। नोटबंदी के बाद तो प्रोजेक्ट की हालत और भी बिगड़ गई, जिसके बाद लोग पुलिस के पास पहुंचने लगे। आशीष दास को पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार किया था। आरोपी आशीष दास शुरू से ही पुलिस को बोल रहा था कि उसे लोगों को फ्लैट देना है।

दूसरी तरफ प्रशासन और पुलिस विभाग में लोगों को न्याय दिलाने के उद्देश्य से काफी सकारात्मक पहल की। इसी वजह से यह मामला सुलझता हुआ नजर आ रहा है ।हालांकि अभी ट्विंकल ड्रीम्स पर कुछ बैंक और अलग-अलग प्रकार के फाइनेंस होने की भी खबरें हैं, जिसे भी शॉट आउट किया जाएगा। इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पिनेकल ड्रीम्स कई एजेंटों ने मोटी रकम कमाई और उन्हें पता था कि यह प्रोजेक्ट फेल हो जाएगा। इसके बावजूद उन्होंने अपने फायदे के लिए कई लोगों को फंसा दिया। पिनेकल ड्रीम्स उज्जैन के भी कई लोगों का पैसा उलझा हुआ है। इस मामले में एक और बात स्पष्ट रुप से कही जा रही है कि जिनका पैसा एक नंबर में चेक द्वारा दिया गया है उनकी राशि को लेकर सभी दावे प्रमाणित साबित हो रहा है, जबकि काली कमाई का पैसा लगाने वालों की शिकायत है अभी पूरी तरह सामने नहीं आ पाई है।

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