उज्जैन। उज्जैन में नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों पर फर्जी नोटिस के जरिए स्वार्थ की पूर्ति नहीं होने पर दुकान तोड़ने का आरोप लगा है। इस मामले में पीड़ित पक्ष लोकायुक्त पुलिस की भी शरण लेने की बात कह रहा है।
उज्जैन के KD गेट इलाके में रहने वाली फरीदा बी पति कासीम मोदी वाला ने उक्त आरोप लगाते हुए बताया कि उनकी KD गेट क्षेत्र में दुकान है। इस दुकान के अगले हिस्से को नगर निगम के अधिकारी ने अतिक्रमण बताते हुए अलग अलग माध्यमों से उनसे रिश्वत की मांग की लेकिन जब वे रिश्वत देने से इनकार करने लगे तो उन्हें बिना नोटिस के दुकान तोड़ दी गई। पूरे मामले की शिकायत पीड़ित पक्ष ने निगम के अधिकारियों से की , तो आनन फानन में उन्हें फर्जी नोटिस पकड़ा दिया गया । मजेदार बात यह है कि फरीदा बी का अतिक्रमण तोड़ा गया और उन्हें नोटिस मोहम्मद हुसैन शब्बीर हुसैन निवासी सैफी मोहल्ला के नाम से थमा दिया गया, जबकि उनका मोहम्मद हुसैन और सैफी मोहल्ला से कोई लेना देना नहीं है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि उन्हें नगर निगम के एक अधिकारी लगातार परेशान कर रहे थे। इस पूरे मामले को लेकर उनके पास बुरहानुद्दीन नामक व्यक्ति ने 0 734 256 2027 फोन कर निगम अधिकारियों के स्वार्थ की पूर्ति करने की बात कही थी। इस संबंध में उनके पास पर्याप्त सबूत है। इस मामले में चंदन वाला नामक एक व्यक्ति का नाम भी सामने आ रहा है । पूरे प्रकरण में पीड़ित परिवार लोकायुक्त पुलिस से शिकायत करने के बात भी कह रहा है। दूसरी तरफ निगम के आला अधिकारी यह आश्वासन दे रहे हैं कि यदि उनके पास शिकायत पहुंचती है तो वह तत्काल कार्रवाई करेंगे।