◆सामाजिक न्याय परिसर में विराजेंगे अवंतिका के युवराज
◆ धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के साथ 10 दिवसीय गणेशोत्सव 13 से
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उज्जैन। बड़ी ही प्रसन्नता और गौरव का विषय है कि श्री महाकालेश्वर चिन्तामण गणेशोत्सव समिति द्वारा पहली बार भव्य और विराट गणेशोत्सव मंगलमूर्ति ‘अवन्तिका के युवराज’ का आयोजन किया जा रहा है। आगर रोड स्थित सामाजिक न्याय परिसर में गणेश चतुर्थी 13 सितम्बर से आयोजित होने वाले इस आयोजन के लिए तैयारियां लगभग पूरी कर ली गईं हैं। इसके लिए आयोजन स्थल पर 24 हजार वर्ग फ़ीट में आकर्षक महलनुमा पांडाल बनाया जा रहा है। जिसमें मंगलमूर्ति अवंतिका के युवराज की 25 फ़ीट ऊंची मनोहारी प्रतिमा विराजित की जाएगी, जिसे बुरहानपुर के मूर्ति शिल्पकारों ने बनाया गया है। जो आकर्षण का केंद्र रहेगी।
10 दिवसीय गणपति आराधना के मंगल उत्सव पर समिति द्वारा इस वर्ष से वृहद पैमाने पर गणेशोत्सव मनाने का निर्णय लिया गया है। उज्जैन के उत्साही युवाओं द्वारा इस मंच को साझा किया जा रहा है। आकर्षक मंच सज्जा और विद्युत संयोजन के बीच यहां रोजाना धार्मिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, खेलकूद सहित लोककला के कार्यक्रम होंगे।
ये होंगे आयोजन
13 सितंबर को गणेश चतुर्थी पर दोपहर 2 बजे राजसी पगड़ी पहनाकर अवन्तिका के युवराज की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी जिसे राजाधिराज बाबा महाकाल के दरबार से महाकाल मंदिर के पुजारी परिवार द्वारा राजसी अंदाज में लाया जाएगा। 14 सितंबर को मानस मंडल द्वारा रात्रि 8 बजे से भव्य सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा। 15 सितम्बर को रात्रि 8 बजे से टेलेंट शो के साथ मलखम्भ, रोप जम्प का आयोजन होगा जिसमें शहर की प्रतिभायें अपने हुनर का जलबा बिखेरेंगी। 16 सितम्बर को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा जिसमें क्लासिकल प्रस्तुतियों के साथ नाट्य और रैंप वॉक का आयोजन होगा। 17 सितंबर को दोपहर में फ़ोटो प्रदर्शनी और बेस्ट फोटो प्रतियोगिता होगी जबकि रात्रि में आर्केस्ट्रा होगा। 18 सितंबर को दोपहर में शतरंज प्रतियोगिता और रात्रि में पद्मश्री प्रहलाद टिपानिया द्वारा मालवी लोक शैली में कबीर के भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी।19 सितंबर को दोपहर में स्कूली छात्रों के लिए मॉडल प्रदर्शनी और रात्रि में धार्मिक संगीत पर वेस्टर्न डांस के साथ शहर के प्रमुख बैंड अपनी प्रस्तुति देंगे।20 सितंबर को दोपहर में रांगोली प्रतियोगिता होगी और प्रदर्शनी लगेगी जबकि रात्रि में जीवन प्रबंधन गुरू पंडित विजयशंकर मेहता का एक शाम गणपति के नाम विषय पर विशिष्ट व्याख्यान होगा। 21 सितंबर को चित्रकला प्रदर्शनी और प्रतियोगिता का आयोजन होगा जबकि रात्रि में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन होगा। 22 सितंबर को दोपहर में झाँकी प्रतियोगिता और प्रदर्शनी और रात्रि में इस्कॉन मंदिर की भजन मंडली द्वारा संकीर्तन की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके अलावा द ग्रेट मराठा और पर्यावरण सँरक्षण पर आधारित नाटक का मंचन होगा। इसके साथ ही भजन संध्या और भारत माता पूजन के भव्य आयोजन होगा। 23 सितंबर को अवंतिका के युवराज का भव्य विसर्जन चल समारोह निकाला जाएगा। विसर्जन चल समारोह में समिति के सभी सदस्य अपने अपने घरों और प्रतिष्ठानों में विराजित की गई भगवान गणेश की प्रतिमाओं को लेकर सामाजिक न्याय परिसर आएंगे और विसर्जन चल समारोह में शामिल होंगे। विसर्जन चल समारोह भी भव्य और राजसी रहेगा जिसमें बैंड बाजे झांकियां आदि शामिल रहेंगी। विशेष बात ये है कि समिति ने तय किया है आयोजन को लेकर किसी का भी नाम या फ़ोटो लगाकर प्रचारित नहीं किया जाएगा क्योंकि ये पूरे शहर का आयोजन है और पूरे शहर के सभी लोग ही इसके आयोजक भी हैं। श्री महाकालेश्वर चिन्तामण गणेशोत्सव समिति ने सभी शहरवासियों से अपने परिवार,मित्रों, पड़ोसियों और रिश्तेदारों के साथ आयोजन में सक्रिय साझेदारी निभाने और स्वेच्छा से आयोजन स्थल पर व्यवस्थाओं से जुड़कर मंगलमूर्ति अवन्तिका के युवराज गणेश के इस महा उत्सव का आनंद लेने का आग्रह किया है।
महाकाल भक्ति चैनल और यू ट्यूब पर पूरे आयोजन का लाइव प्रसारण किया जाएगा।आयोजन में मातृ शक्ति की सक्रिय भागीदारी रहेगी।
सुरक्षा व्यवस्था-आयोजन स्थल पर पूरे 10 दिन 13 से 23 सितम्बर तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे। न केवल संबंधित थाना क्षेत्रों का पुलिस बल सुरक्षा के लिए तैनात रहेगा। बल्कि निजी सुरक्षा एजेंसी के सदस्य और समिति के वालेंटियर सुरक्षा की कमान संभालेंगे। वहीं सीसीटीवी कैमरों से पूरे परिसर की 24×7 घण्टे निगरानी की जाएगी।
●परिसर में गणेशोत्सव के दौरान आने वाले सभी धर्मालुओं के लिये शुद्ध पेयजल उपलब्ध रहेगा।
● साफ सफाई, खानपान, टॉयलेट आदि की भी परिसर में पूर्ण व्यवस्था रहेगी
● निःशुल्क जूता चप्पल स्टैंड की व्यवस्था भी जाएगी।
● दिव्यांग धर्मालुओं के लिए आयोजन स्थल पर व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है।
निवेदक
श्री महाकालेश्वर चिन्तामण गणेशोत्सव समिति