“महाकाल” की बिजली चोरी.. पानी पर डाका..

उज्जैन। उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर केवल पर्यटन को ही बढ़ावा नहीं दे रहा है बल्कि आस्था का केंद्र होने की वजह से हजारों की संख्या में लोगों को रोजगार भी दे रहा है । इसके बावजूद महाकालेश्वर मंदिर का कितना दोहन किया जा रहा है इसका खुलासा अतिक्रमण मुहिम के दौरान हुआ है ।

महाकालेश्वर मंदिर के बाहर भस्मारती गेट के समीप अतिक्रमण तोड़े जाने के बाद जो खुलासे सामने आए, उसे सुनकर और देख कर अधिकारी भी हैरत में पड़ गए ।महाकालेश्वर मंदिर के बाहर अवैध रूप से मकान का निर्माण किया गया था। त्रिवेदी द्वारा किए गए निर्माण की वजह से मंदिर का शिखर तक छुप गया था। जब नगर निगम के माध्यम से जिला प्रशासन ने नोटिस जारी करवाया तो त्रिवेदी के न्यायालय में चले गए। इसके बाद उक्त मामले में स्थगन जारी हो गया। जैसे ही स्टे ऑर्डर खारिज हुआ जिला प्रशासन के बुलडोजर ने भवन को गिरा दिया। अधिकारियों ने बताया कि जब मकान की तुड़ाई शुरू हुई तो बिजली का कनेक्शन काटने की कवायद भी की गई। इस दौरान यह पता चला कि अतिक्रमणकारियों ने महाकालेश्वर मंदिर से बिजली ले रखी थी। महाकालेश्वर मंदिर की बिजली चोरी ही नहीं हो रही थी बल्कि पानी पर भी डाका डाला हुआ था। पानी की पाइप लाइन भी महाकालेश्वर मंदिर से अतिक्रमण कारी मकान में ली गई थी। उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह के आदेश के बाद महाकालेश्वर मंदिर के आसपास सालों से किए गए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई तेजी से चल रही है। इस मुहिम को लेकर आसपास के लोगों में भी खुशी है। इसके अलावा मंदिर का शिखर भी दूर से चमक रहा है । अतिक्रमण मुहिम आगे भी जारी रहेगी। नगर निगम प्रशासन द्वारा भी अतिक्रमण मुहिम को गंभीरता से लेकर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान पुलिस विभाग का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। शासकीय विभागों में आपसी तालमेल होने की वजह से मुहिम का व्यापक असर देखने को मिल रहा है।

Leave a Reply

error: