उज्जैन। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के बाहर अतिक्रमण हटने का सिलसिला आगे भी जारी रहने वाला है। उज्जैन के राजस्व विभाग ने बड़ा गणपति मंदिर के समीप और रूद्र सागर के पहले की चार दुकानों को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है ।
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के आसपास अतिक्रमण के जरिए कई लोग लाखों रुपए महीना तक कमा रहे थे । नगर निगम से सांठगांठ के चलते कई अवैध दुकानें लग गई थी। शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे के मामले को उज्जैन कलेक्टर ने गंभीरता से लिया है । उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह ने नगर निगम को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि महाकालेश्वर मंदिर के आसपास शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे हटाए जाएं। इसी कड़ी में नगर निगमों राजस्व विभाग का अमला लगातार कार्रवाई कर रहा है ।प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को बड़ा गणपति मंदिर के समीप से लगी दुकानों को नोटिस जारी किए गए। इस मार्ग की चार बड़ी दुकानों को नोटिस जारी किए गए । दुकानदारों के पास जब राजस्व विभाग के अधिकारी पहुंचे तो दुकानदारों ने बताया कि विमल व्यास नामक व्यक्ति का उनसे अनुबंध था। इस अनुबंध के एवज में दुकान का किराया भी देते रहे हैं ।राजस्व विभाग के अधिकारियों ने 24 घंटे के भीतर दुकान खाली कराने के आदेश जारी कर दिए है । संभावना है कि सोमवार को इन दुकानों को भी तोड़ दिया जाएगा ।महाकालेश्वर मंदिर के आसपास लगातार अतिक्रमण पर हथौड़े चलने की कार्रवाई जारी है। इसकी श्रद्धालु भी जमकर प्रशंसा कर रहे है। इस पूरे मामले को लेकर उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उपलब्ध नहीं हो पाए।