विक्रमसिंह जाट
उज्जैन। बड़नगर के समीप सुंदराबाद इलाके में आरपीएफ के जवानों से एके 47 राइफल लूटने वाले बदमाशों को उज्जैन पुलिस ने हिरासत में ले लिया है । इस मामले में पुलिस ने मोगिया गैंग के बदमाशों को पकड़ा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बदमाशों ने बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए राइफल लूटी थी। पुलिस हिरासत में आए बदमाशों से कड़ी पूछताछ की जा रही है।
रेलवे पुलिस फोर्स के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों सुंदराबाद इलाके में रात्रि गश्त के दौरान बदमाशों ने 2 जवानों पर हमला कर उनसे एके 47 राइफल लूट की थी। राकेश और कमलेश नामक दो जवानों को गंभीर रूप से घायल कर दिया था । इस मामले में बड़नगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था । क्योंकि घातक हथियार लूट का मामला था इसलिए उज्जैन पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने बदमाशों की गिरफ्तारी 10000 के नाम की घोषणा कर दी थी।
पुलिस के सूत्रों के मुताबिक उज्जैन पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। उज्जैन पुलिस ने एके सैंतालीस हथियार के साथ राउंड भी जब्त किए है । इसके अलावा एक इनामी बदमाश को हिरासत में ले लिया है । पुलिस सूत्रों के मुताबिक हथियार लूटने के बाद यह गैंग किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए उज्जैन जिले से भागने की तैयारी कर रहा था। इस दौरान पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गैंग के कुछ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले को लेकर फिलहाल बड़नगर पुलिस ने चुप्पी साध रखी है। दूसरी तरफ पुलिस विभाग के अधिकारी भी खुलासा करने को तैयार नहीं है । पुलिस विभाग के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पत्रकार वार्ता आयोजित कर पूरे मामले को खोला जाएगा । इस मामले में पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि एके-47 लूट कांड में सुराग हाथ लगे हैं। उन्होंने पूरी जानकारी देने से इनकार किया है। दूसरी तरफ पुलिस सूत्रों का कहना है कि हथियार बरामद कई आशंकाओं पर विराम लग गया है। क्योंकि उज्जैन सिमी का गढ़ भी रहा है, इसलिए एके-47 लूट कांड से कई शंकाए भी जताई जा रही थी। हालांकि पकड़े गए आरोपी से पूछताछ के दौरान जानकारी मिल रही है कि उन्होंने आरपीएफ के जवानों के साथ मारपीट कर इसलिए हथियार लूट लिए क्योंकि उन्हें डर था कि पुलिस कहीं फायरिंग न कर दे।
पुलिस कप्तान की खामोशी के बाद खुलासा
आरपीएफ के जवानों से AK47 हथियार लूटने के मामले को पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने गंभीरता से लिया था । पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता और पुलिस उपमहानिरीक्षक डॉ रमन सिंह सिकरवार ने पूरे घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए उज्जैन-रतलाम पुलिस को हथियार बरामद करने और आरोपियों को गिरफ्तार करने का टास्क दिया था। इस मामले में पुलिस कप्तान पिछले कुछ समय से खामोश रह रहे थे , इसलिए संभावनाएं जताई जा रही थी कि जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा। चूंकि घटनाक्रम के बाद घायलों को उपचार के लिए रतलाम ले जाया गया था । इस पूरे घटनाक्रम को लेकर रतलाम पुलिस भी आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी। रतलाम पुलिस ने भी कई लोगों से पूछताछ की । उज्जैन और रतलाम पुलिस की बात करें तो लगभग 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ हो चुकी है । इस पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर एसआईटी भी गठित की थी जो गोपनीय रूप से काम कर रही थी। आखिरकार उज्जैन पुलिस को सफलता मिल गई है।