किसानों के दर्द को समझने वाले कलेक्टर!

उज्जैन। ठंड, पाला और बर्फबारी की घटनाओं से उज्जैन जिले की अधिकांश तहसीलों की फसलें खराब हुई है। इसे लेकर जिला प्रशासन द्वारा सर्वे भी कराया जा रहा है, लेकिन गांव गांव में इस बात की चर्चा है कि उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह किसानों का दर्द समझने वाले अधिकारी है।

गौरतलब है कि पिछले दिनों पाला पड़ने की वजह से उज्जैन जिले की घटिया, तराना, महिदपुर, बड़नगर और खाचरोद तहसील के कई गांवों से फसल खराब होने की खबर आई थी। इसके अलावा उज्जैन के आसपास ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों ने भी फसल खराब होने की शिकायत है। इन शिकायतों के बाद उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह ने जिले के सभी तहसीलदारों पटवारियों को सर्वे करने के निर्देश जारी किए थे। आमतौर पर यह देखने में आता है कि अधिकारियों द्वारा निर्देश जारी कर दिए जाते हैं और निर्देशों का पालन करने के लिए अपने मातहतों को पाबंद कर दिया जाता है, लेकिन उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह जिले की सभी तहसीलों के छोटे-छोटे गांव में स्वयं पहुंचकर किसानों से बातचीत की। इसके अलावा फसलों का जायजा भी लिया। यहां तक की पटवारियों और अन्य अधिकारियों की कार्यशैली के ग्राउंड रिपोर्ट भी किसानों से ली । इस दौरान जनप्रतिनिधियों को भी साथ में रहे। जब किसानों के बीच कलेक्टर पहुंचे तो किसान भी उम्मीद भरी निगाह से उनकी तरफ देखते हुए नजर आए । उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह ने 15 जनवरी तक फसल का बीमा कराने की तारीख भी तय कर दी है। इसे लेकर भी किसानों ने राहत की सांस ली है। किसानों के बीच इस बात की चर्चा है कि उज्जैन कलेक्टर किसानों का दर्द भली-भांति समझते हैं। यही वजह है कि पहली बार प्ररशासनिक अधिकारी अपने दफ्तरों से निकल कर सभी तहसीलों के गांव में जाकर ग्राउंड रिपोर्ट पर नजर डाली । किसान हरि सिंह ने बताया कि कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं आएगी, जिला प्रशासन उनके साथ हर कदम पर खड़ा हुआ है। हरि सिंह के मुताबिक पहली बार किसी बड़े प्रशासनिक अधिकारी ने किसानों को ऐसी ढढांस बंंधाई है। इसके अलावा घटिया तहसील के किसान मनोज ने बताया कि जब कलेक्टर ने गांंवों का दौरा किया तो उस समय तहसीलदार और पटवारी भी सक्रिय हो गए । इससे वस्तुस्थिति ऊपर तक पहुंच गई है। अब किसानों को मुआवजे की पूरी उम्मीद बंध गई है । इतना ही नहीं फसल बीमा को लेकर भी किसानों को फायदा मिलने की पूरी संभावना है।

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