उज्जैन। उज्जैन नगर पालिका निगम आयुक्त आईएएस अफसर प्रतिभा पाल की कार्यशैली से नगर निगम के कर्मचारी और अधिकारी ही नहीं बल्कि आम लोग भी काफी खुश है। उनके कार्यकाल में उज्जैन शहर का नाम विश्व के मानचित्र पर चमका है। धार्मिक नगरी उज्जैन में पिछले उस समय में नगर पालिका निगम की ओर से कई बड़े सकारात्मक कार्य किए गए हैं, जिसका श्रेय नगर निगम आयुक्त जाता है।
धर्म की नगरी उज्जैन में विकास की कई ऐसी संभावना है जो नगर निगम के माध्यम से पूरी हो सकती है। निगमायुक्त प्रतिभा पाल के कार्यकाल में ऐसी कई संभावनाओं को पंख लगे हैं। आईएएस अफसर प्रतिभा पाल सोशल मीडिया पर भी पूरी नजर रखती है । जहां भी उन्हें जन समस्या से जुड़ी सूचना अथवा समाचार मिलता है वहां तुरंत कार्रवाई हो जाती है । इसके अलावा नगर निगम कंट्रोल रूम पर मिलने वाली शिकायतों पर भी वे सीधे सीधे न नजर रखती है। उनके कार्यकाल में उज्जैन में कई ऐसे अतिक्रमण हटाए गए हैं जो कई सालों से विकास में बाधा बने हुए थे । हाल ही में नजर अली मिल परिसर में भी अतिक्रमण को हटाया गया। इसके पहले सेंट पॉल स्कूल के सामने भी अवैध रूप से झोपड़ियां खड़ी हो गई थी जिन्हें नगर निगम के माध्यम से हटाया गया था। उज्जैन में आवारा मवेशियों के अवैध पशु बाड़े से लेकर धार्मिक स्थलों के आसपास फैले अतिक्रमण को भी नगर निगम आयुक्त सुश्री पाल के कार्यकाल में ही हटाया गया है । उज्जैन में तरणताल और जवाहरलाल नेहरू शहरी नवीकरण योजना के तहत बनाई जा रही गरीबों के मल्टी आदि विकास कार्यों को भी निगम आयुक्त प्रतिभा पाल के कार्यकाल में नई गति मिली है।
सबसे बड़ी बात यह है कि नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल बिना किसी भेदभाव और बिना किसी राजनीतिक प्रभाव के जनहित में सख्त निर्णय लेने में देर नहीं करती है, इसी वजह से नगर निगम के कर्मचारी और अफसरों का भी पिछले कुछ समय में मनोबल बढ़ा है । इससे कार्य की गति भी तेज हुई है।
नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल के कार्यकाल में नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोपों में भी कमी आई है।