जहाँ पुलिस थानों दस्तक देते है पता चल जाती है कप्तान की कार्यशैली..!

रतलाम। आपका नाम क्या है, और आप किस से मिलने आए हैं ..? आप कहां से आए हैं और आपको क्या काम है..?  यह प्रश्न रतलाम जिले के थानों पर दस्तक देते ही पुलिसकर्मी द्वारा मुख्य द्वार पर पूछे जाते हैं .. आने और जाने का समय भी रजिस्टर में अंकित किया जाता है..। सारी जानकारी अंकित करने के बाद थाने के भीतर प्रवेश दिया जाता है .. जब थाने का काम निपटा कर कोई भी व्यक्ति बाहर आता है तो उससे फिर प्रश्न किया जाता है कि “आप संतुष्ट हैं या नहीं?” आपका मोबाइल नंबर भी बता दीजिए..। सारी जानकारी रजिस्टर में अंकित हो जाती है।

पुलिस थाने में जाते समय निभाई जाने वाली यह औपचारिकता देख कर ही पता चल जाता है कि रतलाम जिले में की कमान पुलिस कप्तान और दबंग आईपीएस अधिकारी गौरव तिवारी के हाथों में है। शायद रतलाम जिला मध्य प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला है, जहां पर पुलिस थाने पर आने वाले लोगों के साथ मेहमानों जैसा सलूक करती है । जब पुलिस थानों पर कोई भी व्यक्ति जाता है तो उसे तमाम जानकारियां रजिस्टर में अंकित कर प्रवेश दिया जाता है । इसके अलावा पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी कभी भी किसी भी थाने का दौरा करते समय सबसे पहले रजिस्टर मांगते हैं। इतना ही नहीं रजिस्टर में अंकित किसी भी मोबाइल नंबर पर फोन लगाकर रेंडमली जानकारी लेते हैं कि रजिस्टर में जानकारी सही अंकित है या नहीं।

रतलाम जिले के पुलिस थानों पर जिस प्रकार का रजिस्टर मेंटेन किया जा रहा है, वह अपने आप में एक अनूठी पहल है । आमतौर पर पुलिस थानों पर जाने वाले फरियादी अथवा आरोपी के साथ एक जैसा व्यवहार किए जाने की शिकायतें मिलती आई है लेकिन आईपीएस अधिकारी गौरव तिवारी के कार्यकाल में कुछ परिपाटी चेंज हुई है।

यही वजह है कि आईपीएस अधिकारी गोरा तिवारी की जगह भी पोस्टिंग होती है। वे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो जाते हैं। श्री तिवारी की कार्यशैली पर फिल्म भी बन रही है।

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