उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और उज्जैन के कलेक्टर शशांक मिश्र ने सहायक प्रशासक का वीडियो वायरल होने के बाद जो निर्देश जारी किए उसे लेकर उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र की जमकर प्रशंसा हो रही है।
अपनी न्याय पूर्ण छवि के कारण दायित्व को सफलतापूर्वक निर्वहन करने वाले उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र ने एक बार फिर कड़ा संदेश दिया है। महाकालेश्वर मंदिर में अव्यवस्थाओं को लेकर उन्होंने कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं । सहायक प्रशासक एसपी दीक्षित का सावन के दूसरे सोमवार एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें दीक्षित अपने परिचितों को शॉर्टकट से मंदिर में प्रवेश कराते नजर आ रहे थे। इसके अलावा एक बुजुर्ग महिला के साथ उंगलियां दिखाकर अभद्रता की जा रही थी। यह भी कहा जा रहा था कि महिलाओं को धक्का देकर बाहर निकाल दो। यह वीडियो वायरल होने के बाद पूरे मामले को उज्जैन कलेक्टर ने गंभीरता से लिया। उज्जैन कलेक्टर श्री मिश्र ने महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक अवधेश शर्मा को तुरंत निर्देश जारी किए । इसके बाद सहायक प्रशासक एसपी दीक्षित को तुरंत हटा दिया गया है । दूसरी तरफ कांग्रेस नेताओं ने भी पूरे मामले की तीखी प्रतिक्रिया की है, मगर उज्जैन कलेक्टर के आदेश को लेकर प्रशंसा जाहिर की है । कांग्रेस नेताओं का कहना है कि महाकालेश्वर मंदिर से भ्रष्टाचार पूरी तरह मिटाया जायेगा। इसके अलावा आम श्रद्धालुओं के साथ किसी प्रकार की अभद्रता ना हो, इसके लिए भी सरकार पूरे प्रयास कर रही है । दूसरी तरफ उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र ने सरकार की मंशा के अनुरूप प्रशंसनीय कार्य किया है।