उज्जैन। सावन के सोमवार और नाग पंचमी का संयोग 125 साल बाद बना है और इसी संयोग के साथ शायद अभी तक के इतिहास में इतनी भीड़ भगवान महाकाल के दरबार में सावन मास के दौरान पहली बार उमड़ी । भोले के भक्तों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। भगवान महाकाल और नागचंद्रेश्वर महादेव के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने लाखों का आंकड़ा पार कर दिया। श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ उमड़ी कि उज्जैन शहर में एक भी होटल और लाज का कमरा खाली नहीं बचा। ऐसे में जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की मेहनत रंग लाई है।
उज्जैन के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने पहले ही भांप लिया था कि इस बार श्रद्धालुओं की संख्या काफी अधिक आने वाली है। इसी वजह से महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने 1 महीने पहले से भीड़ प्रबंधन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी थी। उज्जैन संभागायुक्त अजीत कुमार और पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार गुप्ता ने भी समय-समय पर महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर भीड़ प्रबंधन को लेकर उज्जैन संभाग के पुलिस अधिकारियों को खासतौर पर ड्यूटी के लिए बुलवाया। इसके अलावा उज्जैन संभाग के बाहर के अधिकारियों को भी उनके पुराने अनुभव को देखते हुए उज्जैन में ड्यूटी पर बुलवाया गया। यही वजह रही कि पुलिस की रणनीति के चलते लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन के साथ-साथ सवारी में हिस्सा लिया और भीड़ प्रबंधन बना रहा। उज्जैन के इतिहास में पहली बार श्रद्धालुओं ने इतनी बड़ी संख्या में एक ही दिन में बाबा महाकाल के दर्शन किए हैं , जिसने भी भक्तों की भीड़ देखी उसे सिंहस्थ महापर्व की याद आ गई ।
इंदौर के रहने वाले राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा सुरक्षा के साथ साथ भीड़ प्रबंधन के भी अच्छे इंतजाम किए गए थे । इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों से भी मानीटरिंग की जा रही थी । मुंबई की रहने वाली स्वीटी सिंह ने बताया कि वह भीड़ देखकर मंदिर से बिना दर्शन के ही लौटने की तैयारी में थी लेकिन सुरक्षाकर्मियों के इंतजाम देखकर वह कतार में खड़ी हो गई। उन्होंने बताया कि भीड़ अधिक होने के कारण मंदिर में दर्शन करने में थोड़ा वक्त जरूर लगा लेकिन किसी प्रकार की असुरक्षा का भाव पैदा नहीं हुआ।
गौरतलब है कि राजाधिराज महाकाल जब नगर भ्रमण पर निकलते हैं तो लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के दर्शन करने के लिए आते हैं । उज्जैन के जिला प्रशासन और पुलिस विभाग द्वारा एक दो नहीं बल्कि 3 धार्मिक आयोजनों को एक साथ निपटाया है। एक तरफ जहां भगवान नागचंद्रेश्वर के पट खुलने की व्यवस्थाओं को लेकर पुलिस और प्रशासन ने खास इंतजाम किए थे , वहीं दूसरी तरफ भगवान महाकाल के दरबार में उमड़े जनसैलाब को लेकर भी व्यवस्थाएं की। इसके अलावा भगवान महाकाल की सवारी भी निर्विघ्न रूप से भक्ति भाव के साथ निकल गई । उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र और पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर पिछले 36 घंटों से लगातार मानीटरिंग करते रहे। महाकालेश्वर मंदिर के अलावा शहर के दूसरे धार्मिक स्थानों पर भी व्यापक पुलिस इंतजाम लगाया गया था। इसके अतिरिक्त रामघाट पर भी सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे । कुल मिलाकर पुलिस ने सुरक्षा को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारियों ने भी अच्छे तालमेल के साथ बड़े धार्मिक आयोजन को शांतिपूर्ण ढंग से निपटा दिया।