उज्जैन। सावन माह के आखिरी और चौथे सोमवार भगवान महाकाल के दरबार में भक्तों का सैलाब उमड़ गया। इसके अलावा सवारी में भी रिकॉर्ड तोड़ भीड़ रही। भगवान महाकाल के दरबार में लगातार भक्तों की भीड़ बढ़ती जा रही है ।
उल्लेखनीय है कि सावन मास के चौथे सोमवार को भस्म आरती में देशभर के आए हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया । इसके बाद भक्तों ने पलक पावडे बिछा कर भगवान महाकाल का स्वागत किया। सावन मास के आखिरी सोमवार भगवान महाकाल के दरबार में आशीर्वाद लेने के लिए कमलनाथ सरकार के कई मंत्री भी पहुंचे। प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के अलावा स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और खनिज मंत्री सहित नगरी प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने भी राजाधिराज महाकाल की आराधना की। मुख्यमंत्री कमलनाथ के सवारी में शामिल होने की संभावना जताई जा रही थी लेकिन किसी कारणवश वे सवारी में नहीं आ पाए लेकिन कमलनाथ सरकार के चार मंत्रियों ने भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया । भगवान महाकाल की सवारी में ऐतिहासिक भीड़ उमड़ी । इसके अलावा छोटी-मोटी अव्यवस्थाओं को लेकर कोई बड़ा और गंभीर चूक का मामला सामने नहीं आया। पुलिस के साथ प्रशासन ने भी सवारी और दर्शन को लेकर विशेष इंतजाम किए थे। वैसे तो रक्षाबंधन पर्व तक सावन का महीना है लेकिन पूरे सावन महीने में अव्यवस्था का कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया। जिन मामलों में अधिकारियों के पास शिकायतें पहुंची, उनमें प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई भी की। इसी वजह से लगातार सुधार दिखाई दिया ।रक्षाबंधन पर्व तक महाकाल मंदिर में भक्तों की भीड़ लगातार बनी रहेगी। रक्षाबंधन के बाद भादो मास की सवारी निकलेगी। पूरे सावन महीना उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र और पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने आम श्रद्धालुओं से लेकर वीआईपी तक के इंतजामों में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसके अलावा संभागायुक्त अजीत कुमार और पुलिस निरीक्षक राकेश कुमार गुप्ता भी लगातार मॉनिटरिंग करते रहे । अब सवारी निकलने के बाद सरकार के साथ मिलकर स्थानीय पुलिस अधिकारी और प्रशासन द्वारा आने वाले समय के लिए एक विस्तृत प्लान तैयार किया जाएगा। इस प्लान के जरिए महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन व्यवस्था के साथ-साथ सवारी की व्यवस्थाओं को लेकर भी दायरा व्यापक होगा , जिसका लाभ आने वाले समय में धर्म प्रेमी जनता को मिलेगा । गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ महाकाल मंदिर के अलावा अन्य धार्मिक आयोजनों को लेकर भी काफी संवेदनशील है। इसके अतिरिक्त प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा भी महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं को लेकर गंभीर है । यही वजह है कि आने वाले समय में श्रद्धालुओं को अधिक सुविधा के लिए बड़े कदम उठाए जा सकते हैं।