उज्जैन। पेट्रोल पंप मतलब रसूखदार लोगों के व्यापार की निशानी..? ऐसे में क्या उज्जैन जिला प्रशासन पेट्रोल पंप पर हो रही गड़बड़ी को लेकर अभियान चला पाएगा? यह ज्वलंत प्रश्न जन चर्चा का विषय बन गया है ।
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने मिलावट खोरों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। इस अभियान में कम तोलने और नापने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई हो रही है, लेकिन क्या यह कार्रवाई छोटे व्यापारियों तक ही सीमित रह पाएगी ? जो लोग गड़बड़ी कर प्रतिदिन लाखों रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं.. ऐसे लोगों पर क्या उज्जैन जिला प्रशासन कार्रवाई कर पाएगा ? आमतौर पर यह देखने में आया है कि पेट्रोल पंप पर गड़बड़ी की शिकायतें तो सैकड़ों की संख्या में मिलती है लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल औपचारिकता ही निभाई जाती है। उन्हेल क्षेत्र में उज्जैन जिला प्रशासन ने पहली कार्रवाई करते हुए अपने मंसूबे तो जाहिर कर दिए है लेकिन यह कार्रवाई केवल ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। उज्जैन जिले में कई ऐसे पेट्रोल पंप है जिनके खिलाफ लगातार शिकायतें लंबित है। कुछ पेट्रोल पंप पर कर्मचारियों द्वारा अभद्रता किए जाने की शिकायतें तो आम है लेकिन कम माल देने और पूरा दाम वसूलने की शिकायतें भी कम नहीं है। सूत्रों की माने तो एक पूरा रैकेट सक्रिय है जो शिकायतों को रफा-दफा करता है , इतना ही नहीं जब कार्रवाई के लिए अभियान छेड़ा जाता है तो ऊपर तक बातचीत कर ली जाती है । यही वजह है कि पिछले कई सालों से पेट्रोल पंपों को लेकर शिकायतें तो हो रही है लेकिन कार्यवाही का ग्राफ काफी निम्न स्तर पर है। हालांकि उज्जैन के कलेक्टर शशांक मिश्र लोगों को काफी उम्मीदें हैं। लोगों के बीच यह चर्चा है कि उज्जैन कलेक्टर ने जिस प्रकार की कार्रवाई कर मध्यप्रदेश में उज्जैन का नाम चमकाया है , वैसी ही कार्रवाई पंपों पर हेराफेरी करने वालों के खिलाफ जल्द ही देखने को मिलेगी। उज्जैन में कई पेट्रोल पंप ऐसे हैं जो पहले भी सील हो चुके हैं लेकिन बाद में फिर से कार्रवाई की रिपोर्ट ठंडे बस्ते में चली गई। लोगों का यह भी कहना है कि पंपों की आड़ में गड़बड़ी मिलने पर सीधे धोखाधड़ी की एफआईआर होना चाहिए तब जाकर आम उपभोक्ताओं को न्याय मिल पाएगा।
दीपावली पर बंटती है मिठाई..
जब भी पेट्रोल पंप को लेकर कोई व्यक्ति शिकायत करता है तो शिकायत की जांच बाद में शुरू होती है शिकायतकर्ता का नाम पहले पेट्रोल पंप मालिक तक पहुंच जाता है। एसी एक दो नहीं बल्कि कई घटनाएं घटित हो चुकी है। बताया यह भी जाता है कि हर साल नापतोल विभाग और खाद्य विभाग दीपावली पर पेट्रोल पंपों पर जांच करने जाता है, मगर पेट्रोल पंपों पर दीप उत्सव का माहौल होने की वजह से मिठाईयां बटती है। शायद गड़बड़ी नहीं मिलने पर केवल मिठाईयां ही चर्चा का विषय रहती है। अब दबंग आईएएस शशांक मिश्र से उम्मीद है कि दीपावली के पहले ही गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ जांच अभियान चल जाएगा।