उज्जैन। कोरोना के खिलाफ हमेशा सहयोगात्मक रवैये की अपील करने वाली पुलिस ने बुधवार से थोड़े सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया हैं। अब घर के बाहर बेवजह निकलने वालों को ताबड़तोड़ दंड मिल रहा है।
कोरोना के खिलाफ तब तक जंग नहीं जीती जा सकती है जब तक कि लोग सरकारी गाइडलाइन का पालन नहीं करेंगे। उज्जैन में जिला प्रशासन और पुलिस विभाग द्वारा हमेशा सहयोगात्मक अपील की जाती रही है। हालांकि उज्जैन में जब ताबड़तोड़ कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने लगे तो जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की चिंताएं भी बढ़ गई। दूसरी तरफ एक होनहार पुलिस अधिकारी को अपने प्राणों की आहुति देकर इस बात का प्रमाण देना पड़ा कि कोरोनावायरस कितना खतरनाक है। इसके बाद भी कई लोग सजग होने को तैयार नहीं है ।सड़क पर किसी न किसी प्रकार से घूमते हुए दिखाई दे रहे थे। बुधवार से पुलिस ने अपना डंडा ठपकारना शुरू कर दिया है। घर के बाहर बेवजह निकलने वालों को तपती गर्मी में उठक बैठक लगाई जा रही है। इसके बाद उनके व्यवहार और बहाने के हिसाब से उन्हें डंडे की भाषा भी बताई जा रही है। पुलिस की सख्ती का असर सड़कों पर साफ देखा जा रहा है। अब पुलिस और प्रशासन किसी भी प्रकार की कोई ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है। गुरुवार से सब्जी भी बंद हो जाएगी अब किसी को कोई बहाना बनाने से पहले 10 बार सोचना पड़ेगा । पुलिस के डंडों की भाषा पुराने शहर में खूब समझाई जा रही है। बुधवार को सुबह से लेकर दोपहर तक लोगों की पीठ गर्म होती रही। उल्लेखनीय है कि पिछले 2 दिनों में उज्जैन में लगातार कोरोने पॉजिटिव मामलों ने हड़कंप मचा दिया है। मंगलवार को जहां कोरोना पॉजिटिव मामले 40 पर पहुंच गए थे, वहीं बुधवार को 45 तक आंकड़ा पहुंच गया। अभी 500 से ज्यादा रिपोर्ट आना बाकी है।