उज्जैन। मंगलवार का दिन उज्जैन में अमंगल खबर लेकर सामने आया। सुबह की शुरुआत नीलगंगा थाना प्रभारी रह चुके इंस्पेक्टर यशवंत पाल की मौत से शुरू हुई। इसके बाद दूसरी खबर कोरोना बुलेटिन के जरिए मिली जिसमें छह पॉजिटिव मरीज सामने आ गए लोगों के बीच चर्चा का विषय थमा भी नहीं था कि शाम के बुलेटिन में तीन और मरीज सामने आ गए। इस प्रकार उज्जैन में अब तक का यह सबसे बड़ा आंकड़ा सामने आया है। उज्जैन में एक ही दिन में 25% मरीज बढ़ गए। अब उज्जैन में वो सख्ती देखना होगी, जो दूसरे जिले में नहीं है।
धार्मिक नगरी उज्जैन में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। पहले कभी भी एक दिन में 9 मरीज सामने नहीं आ पाए लेकिन मंगलवार को 9 मरीजों के सामने आने के साथ आंकड़ा 40 पर पहुंच गया। अभी 700 से ज्यादा टेस्टिंग रिपोर्ट आना बाकी है । ऐसी स्थिति में उज्जैन को रेड जोन में रखा जाना गलत नहीं होगा। उज्जैन में जिस प्रकार के मामले बढ़ रहे हैं उसे लेकर शिवराज सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन की चिंता भी बढ़ गई है। यही वजह है कि मंत्रिमंडल विस्तार में डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा उज्जैन की कमान सौंपी गई है । अब वह समय आ गया जब उज्जैन में सख्ती की जाएगी। सबसे पहली सख्ती तो सब्जी मंडी पर होगी। सब्जी मंडी में ठेले बंद किए जाने का ऐलान शुरू हो गया है। अब गुरुवार से सब्जी मंडी के ठेले बंद कर दिए जाएंगे । इसके अतिरिक्त फल मंडी को लेकर भी सख्ती होने की खबरें आ रही है। इसके अलावा सड़क पर बेवजह घूमने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उज्जैन में पुलिस अभी तक सैकड़ों लोगों को अस्थाई जेल की हवा खिला चुकी है । इसके अलावा उठक बैठक जैसे दंड भी दिए जा चुके हैं। पुलिस बुधवार से अपने नए अंदाज में सामने आएगी। गौरतलब है कि पुलिस विभाग एक होनहार अफसर को खो चुका है । अब पुलिस किसी और पर विपत्ति नहीं देखना चाहती है, इसलिए बुधवार से पुलिस का डंडा भी सख्ती से चलाया जाएगा। अब शिवराज सरकार और जिला प्रशासन का एक ही मकसद है कि उज्जैन को कोरोना मुक्त किया जाए।