उज्जैन। सोमवार को अचानक चक्कर आने के बाद ओ आर एस का घोल लेकर जिला कलेक्ट्रेट के नाजिर धर्मेंद्र जोशी घर चले गए। इसके बाद मामूली सी तबीयत बिगड़ने पर उन्होंने सीएचएल अस्पताल जाकर उपचार करवाया। बाद में उनका सैंपल लिया गया इसके बाद गुरुवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई और शुक्रवार को उनका निधन हो गया, इतनी जल्दबाजी में सब कुछ हुआ कि लोग समझ भी नहीं पाए। जिला नाजिर धर्मेंद्र जोशी की शराफत की मिसाल पूरे कलेक्ट्रेट में दी जाती रही है।
उज्जैन में कोरोना ने टीआई यशवंत पाल के बाद एक और सरकारी कर्मचारी की जान ले ली है । कलेक्ट्रेट में पदस्थ नाजिर धर्मेंद्र जोशी की का शुक्रवार को दुखद निधन हो गया। इस घटना की खबर मिलते ही पूरे कलेक्ट्रेट के कर्मचारी शोकाकुल हो गए। नाजिर धर्मेंद्र जोशी पूर्व में घटिया एसडीएम के रीडर भी रह चुके हैं। उनकी शराफत की मिसाल राजस्व विभाग के कर्मचारी और अधिकारी देते रहते हैं। हमेशा मुस्कुराहट भरे लहजे में प्रेम से बोलना उनकी आदत में शुमार था । सरल और सहज स्वभाव के धनी धर्मेश जोशी की पारिवारिक स्थिति के बारे में जानकारी मिली है कि उनकी दो बेटियां हैं। 50 साल के धर्मेंद्र जोशी शुगर पेशेंट भी थे लेकिन शारीरिक रूप से पूरी तरह फिट थे। उन्हें ऐसा कोई लक्षण भी दिखाई नहीं दिया जिसकी वजह से कोरोना पॉजिटिव निकलते इसलिए उन्होंने आगे बढ़कर जांच भी नहीं करवाई। हालांकि यह मामला सामने आने के बाद कलेक्ट्रेट के 21 कर्मचारियों को होम क्वोरेंटाईन कर दिया गया है। इसके अलावा 6 कर्मचारियों के सैंपल भी लेने के निर्देश जारी किए गए हैं। राजस्व विभाग के कर्मचारी की मौत ने सब को हिला दिया है। जिला प्रशासन के अधिकारियों और सरकार के माध्यम से उम्मीद की जा रही है कि पीड़ित परिवार को उचित रूप से सरकारी मदद मिलेगी।