भोपाल/उज्जैन। डेढ़ साल बाद फिर उज्जैन को मंत्री जी मिलने वाले हैं.. इंतजार की घड़ियां धीरे-धीरे खत्म हो रही है.. सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रियों के नाम की सूची लेकर भोपाल से दिल्ली रवाना हो सकते हैं। दिल्ली से हरी झंडी मिलने के बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा। संभवत: मंगलवार को मंत्रिमंडल का विस्तार होगा धार्मिक नगरी उज्जैन को एक बार फिर मंत्री पद मिलेगा।
उज्जैन के 20 साल के राजनीतिक इतिहास की बात की जाए तो पिछले 20 सालों में कुछ ही ऐसे महीने बीते होंगे कि उज्जैन में कोई मंत्री नहीं रहा हो। दिग्विजय सिंह सरकार में उज्जैन में बाबूलाल मालवीय पीडब्ल्यूडी मंत्री थे। इसके बाद जब भाजपा की सरकार बनी तो तत्कालीन दक्षिण विधायक शिवनारायण जागीरदार ने स्कूली शिक्षा मंत्री के पद पर पदभार ग्रहण किया। इसके बाद लगातार पारस जैन मंत्री पद पर काबिज रहे । वरिष्ठ विधायक पारस जैन वन मंत्री, खाद्य मंत्री, ऊर्जा मंत्री के पद पर दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं । एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करने जा रहे हैं । इसी कवायद के बीच एक बार फिर उज्जैन को मंत्री पद मिलने वाला है । छह बार के विधायक पारस जैन को मंत्री बनाना तय माना जा रहा है ।
सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रियों के नाम की सूची लेकर दिल्ली रवाना हो सकते हैं। यह भी संभव है कि कोरोना के चलते ई-मेल के जरिए सूची दिल्ली भेज दी जाए। इसके बाद दिल्ली से नाम फाइनल होंगे। इस बार सिंधिया खेमे के कुछ और लोगों को मंत्री बनाया जा सकता है।
गौरतलब है कि फिलहाल मध्यप्रदेश में पांच मंत्री काबिज है , इनमें सिंधिया खेमे से गोविंद राजपूत और तुलसी सिलावट मंत्री बन चुके हैं । अब 6 और मंत्री और सिंधिया खेमे से शामिल किए जा सकते हैं। इसके अलावा 15 मंत्री बीजेपी के कोटे से बनेंगे। इनमें गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, अरविंद भदोरिया, रामपाल सिंह, विश्वास सारंग, रमेश मेंदोला, पारस चंद जैन, गौरीशंकर बिसेन, जगदीश देवड़ा के नाम प्रमुख है । इसके अलावा अगर इंदौर में रमेश मेंदोला के मंत्री पद को लेकर अगर समीकरण को गड़बड़ते हुए महेंद्र हार्डिया या मालिनी गौड़ को मंत्री पद दिया जाता है तो भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय उज्जैन में मोहन यादव को भी मंत्री बनाने की बात रख सकते हैं । दो बार चुनाव जीत चुके मोहन यादव भी इस बार मंत्री पद की दौड़ में शामिल है। यही वजह है कि विधायक मोहन यादव की मंत्री बन सकते हैं। हालांकि वरिष्ठता की वजह से छह बार के विधायक पारस जैन का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। वरिष्ठ विधायक पारस जैन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी काफी करीबी हैं। इसके अलावा आर एस एस और भाजपा संगठन की ओर से भी पारस जैन का नाम उज्जैन जिले से सबसे ऊपर है। यह भी संभव है कि उज्जैन से 2 विधायकों को मंत्री बना दिया जाए।