कोरोना काल में नगर निगम की अहमियत..

उज्जैन। कोरोना काल में नगर निगम की अहमियत भी लोगों को पता चल गई है। नगर निगम की वजह से ही आज शहर में विपरीत परिस्थितियों में भी साफ-सफाई से लेकर होम डिलीवरी के काम सुचारू रूप से संचालित हो रहे हैं। लोगों को हमेशा से ही नगर निगम को लेकर शिकायतें रहती थी लेकिन कोरोना काल में सारी शिकायतें लोगों की दूर हो गई है। सबसे बड़ी बात यह है कि नगर निगम आयुक्त आईएएस अधिकारी ऋषि गर्ग खुद खड़े रहकर निगम के कार्यों को संचालित करवा रहे हैं। 

 उल्लेखनीय है कि बुधवार को उज्जैन शहर में रिकॉर्ड तोड़ 61 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए थे। इनमें से कई मामले नए कंटेंटमेंट इलाकों के भी थे। इसी वजह से उज्जैन नगर निगम बुधवार रात से ही सक्रिय हो गया। नगर निगम आयुक्त  ऋषि गर्ग द्वारा संक्रमित क्षेत्र अंबर कॉलोनी,चिंतामन रोड स्थित सांदीपनि गुरुकुल आश्रम, पत्ती बाजार, केडी गेट क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए निगम की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। जहां कुछ कमी महसूस की गई। आयुक्त द्वारा संबंधित अधिकारियों को तत्काल विशेष सफाई एवं छिड़काव कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया।

आमतौर पर नगर निगम विभाग का काम साफ-सफाई से लेकर शहर के विकास में अपनी अहम भागीदारी निभाना होता है लेकिन इस समय नगर निगम का अमला लोगों के लिए काफी राहत भरे कार्य कर रहा है । नगर निगम के माध्यम से कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में काफी मदद मिल रही है । नगर निगम सैनिटाइजेशन से लेकर साफ सफाई तक सभी व्यवस्थाओं में पूरी ताकत झोंक रहा है। नगर निगम के सफाई कर्मचारी अपनी जान की बाजी लगाकर भी सफाई कार्य कर रहे हैं । दूसरी तरफ नगर निगम आयुक्त ऋषि गर्ग भी समय-समय पर कर्मचारियों और अधिकारियों का हौसला अफजाई कर रहे हैं । यही वजह है कि नगर निगम कि उज्जैन शहर में एक अलग ही छवि उभर कर आई है । नगर निगम के माध्यम से ही कई इलाकों में संक्रमण फैलने से रोका जा सका है। 

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