उज्जैन में बारीकी से रिसर्च

उज्जैन। उज्जैन में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का मामला धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है लेकिन प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग भी इत्मीनान से नहीं बैठा है। उज्जैन में कोरोना फैलने की बारीकियों पर रिसर्च किया जा रहा है। उज्जैन के कंटेंटमेंट एरिया क्षेत्र में लगातार नियमों का कड़ाई से पालन भी कराया जा रहा है । ऐसी उम्मीद की जा रही है कि खुराना की चेन जल्द ही ब्रेक हो जाएगी।

उज्जैन में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 481 मतलब उज्जैन जिले में अब पांच सौ का आंकड़ा पार होने वाला है। मध्यप्रदेश की बात की जाए तो उज्जैन अभी भी तीसरे नंबर पर सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन कर इंदौर और भोपाल के पीछे चल रहा है।  हालांकि यहां पर मृत्यु दर के प्रतिशत में जरूर कमी देखी जा रही है। पहले उज्जैन में 22 से 23% तक मौत का आंकड़ा चला गया था जो अब धीरे-धीरे 12% के आसपास आ गया है । आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और भी सुधरने की उम्मीद है ।उज्जैन में जिला प्रशासन द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह खुद कई हॉटस्पॉट पर जाकर पड़ताल कर चुके हैं। इसके अलावा उज्जैन एसपी मनोज कुमार सिंह लगातार कंटेंटमेंट एरिया में घूम रहे हैं। यहां प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी इस बात की बारीकियों पर भी रिसर्च कर रहे हैं कि उज्जैन में कोरोना वायरस कैसे सामुदायिक रूप से फैल गया ? जैसे-जैसे रिसर्च में बारीकियां सामना रही है वैसे-वैसे वायरस की चेन ब्रेक करने के लिए नए-नए आदेश भी जारी हो रहे हैं।

गौरतलब है कि बेगमपुरा में सबसे बड़ा हॉटस्पॉट हेडपंप बनकर उभरा था। यह मामला सामने आने के बाद अब जिले भर में लोग हैंडपंप का इस्तेमाल बड़ी ही सावधानी के साथ कर रहे हैं । इसके अलावा कुछ स्थानों पर कोरोना फैलने के और भी कई बिंदु सामने आए हैं जिसे लेकर अब धीरे-धीरे सतर्कता बढ़ाई जा रही है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि अब उज्जैन बड़नगर और महिदपुर पर अधिक ध्यान दिया जाएगा जबकि तराना और नागदा में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में दिखाई दे रही है । उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग के पास सीमित संसाधन है ऐसी स्थिति में भी जिस प्रकार के परिणाम सामने आ रहे हैं वह संतोषप्रद है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार सर्वे कर रही है यही वजह है कि कोरोना मरीजों को घर के अंदर से बाहर लाए जा रहा है। अधिकारियों के रिसर्च में सबसे बड़ी बात यह सामने आई है कि जिन लोगों ने लाॅक डाउन का पालन नहीं किया, वे संक्रमित होकर परिवार सहित अन्य लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गए । उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने एक बार फिर अपील करते हुए कहा है कि अगर आने वाले समय में अच्छे परिणाम आएंगे तो इसके पीछे लाॅक डाउन का सख्ती से पालन सबसे बड़ी वजह बन कर सामने आएगा । उन्होंने एक बार फिर लोगों से अपील की है कि सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए टोटल लाॅक डाउन का पूरी तरह पालन करें ताकि कोरोना की चैन को ब्रेक किया जा सके। जिला प्रशासन द्वारा नगर निगम और अन्य सोर्स के माध्यम से रोजमर्रा की वस्तुओं को घरों पर ही उपलब्ध कराया जा रहा है।

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