उपचुनावों के पहले पोस्टर वार, अब सिंधिया लापता..

ग्वालियर चंबल अंचल में कोरोना महामारी अपना विकराल रूप धारण करती जा रही है.. बावजूद इसके ग्वालियर के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अंचल से दूरी बनाए हुए हैं.. ऐसे में रविवार को कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा शहर के कुछ स्थानों पर सिंधिया की गुमशुदगी के पोस्टर लगाए गए हैं और उनका पता बताने वाले को 51 सो रुपए के इनाम की घोषणा की है। 

 ग्वालियर। मध्यप्रदेश में उपचुनाव की सुगबुगाहट शुरू होते ही राजनीतिक घटनाक्रम भी तेज हो गए क्योंकि उपचुनाव में ग्वालियर चंबल अंचल से 16 सीटों पर चुनाव लड़ा जाना है । ऐसे में कांग्रेस-भाजपा सहित सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी हलचल बढ़ा दी है। इस बीच रविवार की सुबह शहर के महल गेट, गस्त का ताजिया एवं अन्य स्थानों पर सिंधिया की गुमशुदगी के पोस्टर देखने को मिले। यहां बता दें कि कमलनाथ सरकार से असंतुष्ट पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कांग्रेस की सरकार को गिराने में अहम भूमिका निभाई गई थी और उनके 20 से अधिक समर्थक मंत्री विधायकों द्वारा इस्तीफा दे दिया गया था। ऐसे में वर्तमान में कांग्रेसी नेताओं द्वारा सिंधिया को लगातार टारगेट किया जा रहा है और इसी के चलते कुछ कांग्रेसी नेताओं ने रविवार को महल गेट और अन्य स्थानों पर सिंधिया की गुमशुदगी के पोस्टर लगा दिए, साथ ही उनका पता लगाने वाले को ₹5100 इनाम की घोषणा भी कर दी। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि श्री सिंधिया ने जो आरोप लगाकर कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन की थी वह काम आज भी पूरे नहीं हुए हैं । ग्वालियर चंबल अंचल में कोरोना महामारी अपने पैर पसार चुकी है गरीबों को राशन मुहैया नहीं हो रहा है और पूर्व केंद्रीय मंत्री का कोई अता पता नहीं है। गौरतलब है कि इसी प्रकार के पोस्टर छिंदवाड़ा में भी लग चुके हैं। छिंदवाड़ा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके पुत्र सांसद नकुल नाथ को लेकर पोस्टर लगे थे।  

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