वो दिलेर निक्की बोहरा की आखरी सैल्फी और यादे..

उज्जैन। एक समय था जब उज्जैन उत्तर के विधायक पारस जैन अपने राजनीतिक जीवन काल में दूसरी बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे थे.. उस समय हेला वाडी और हम्मालवाड़ी में भारतीय जनता पार्टी की टेबल पर बैठने वाले कार्यकर्ताओं को लेकर काफी जद्दोजहद होती थी.. उस समय 13 साल का एक लड़का भीड़ से निकल कर सामने आता है और कहता है मैं हेम्मालवाड़ी की टेबल संभाल लूंगा.. यह दिल लड़का निक्की बोहरा ही था। देेेखिये पूरी खबर।

नयापुरा की घी गली में रहने वाले श्वेतांबर जैन समाज के नवयुवक निक्की बोहरा को पिछले दिनों कोरोना के लक्षण का एहसास हुआ। निक्की बोहरा ने खुद की जिम्मेदारियों को समझते हुए अपने मित्र भाजपा नेता गजेंद्र सकलेचा और मनोज मेहता को उक्त बात बताई । इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम से खुद ही संपर्क किया। उसने बताया कि उसे सर्दी और खांसी के साथ साथ कोरोना के लक्षण होने की आशंका है। इसके बाद निक्की बोहरा को स्वास्थ्य विभाग की टीम परीक्षण के लिए अस्पताल ले गई । बाद में उन्हें आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया।

मेडिकल कॉलेज में जब निक्की बोहरा को सांस लेने में दिक्कत होने के पश्चात ऑक्सीजन लगाया गया। उस समय उन्होंने खुद की सेल्फी लेकर बीजेपी नेता और मित्र गजेंद्र सकलेचा को अपनी आखिरी सेल्फी भेजी। निक्की बोहरा की यह आखरी सेल्फी थी। निक्की ने अपने दोस्तों को अस्पताल से फोन भी लगाया और कहा कि ऑक्सीजन दिया जा रहा है। उस समय यह किसी को पता नहीं था कि मेडिकल कॉलेज से दुखद खबर आने वाली है। निक्की बोहरा के बारे में उनके मित्र गजेंद्र संकलेचा बताते हैं कि 13 साल की उम्र से निक्की भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रहे थे। उस समय भगत सिंह तोमर शहर अध्यक्ष हुआ करते थे , तब हेलावाड़ी और हम्मालवाड़ी में भारतीय जनता पार्टी की टेबल पर कार्यकर्ताओं को लेकर काफी जद्दोजहद होती थी, उस समय निक्की बोहरा 13 साल के थे । उन्होंने टेबल पर बैठने की इच्छा जाहिर करते हुए अपने कर्तव्य का पूरी तरह निर्वहन किया । जब शाम को मतदान खत्म हुआ पेटियां चली गई उसके बाद भारतीय जनता पार्टी के उत्साही कार्यकर्ता और नेता जुलुस बनाकर 13 साल के लड़के निक्की बोहरा को हेलावाड़ी से भीड़ के साथ वापस लेकर आए । उस समय मनोज मेहता भी निक्की के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बीजेपी का झंडा बुलंद कर रहे थे । वैसे तो निक्की सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय नहीं थे लेकिन उन्होंने 24 अप्रैल को एक पोस्ट की थी जिसे देखकर उनकी भावनाएं और शब्दों के बीच की कसावट आप समझ जाएंगे । मित्र मनोज मेहता बताते हैं कि अभी बोहरा परिवार के 6 सदस्य और इनमें से 5 पीटीएस में है जबकि निक्की के पिता आई डी मेडिकल कॉलेज में उपचाररत है। 

35 साल के निक्की बोहरा के निधन के बाद पूरे नयापुरा में उनकी यादों से जुड़ी चर्चा चल रही है ।इन्हीं चर्चाओं के बीच कई ऐसे किस्स निकलकर सामने आ रहे हैं जो निक्की बोहरा की दिलेरी को दर्शाते हैं। उल्लेखनीय है कि जैन समाज के अधिकांश परिवार कोरोना के लक्षण आने पर खुद आगे आ गए। इससे पहले भी कई किस्से मामले सामने आ चुके हैं। यह अपने आप में बड़ी बात है। 

 

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