तिरुपति की तरह महाकाल मंदिर में होगी बुकिंग !

उज्जैन। कोरोना काल में सब कुछ धीरे-धीरे बदल रहा है। अब भगवान महाकाल के मंदिर में दर्शन के लिए तिरुपति मंदिर की तर्ज पर ऑनलाइन बुकिंग की प्रक्रिया पर भी विचार किया जा रहा है । हालांकि अभी मंदिर खुलने का कोई भी इरादा नहीं है। उज्जैन के जिला प्रशासन और महाकाल मंदिर समिति को केंद्र सरकार की गाइडलाइन का इंतजार है। 

कोरोना ने वर्षों पुरानी कई परंपराओं को कुछ ही महीनों में बदल दिया है। अब धार्मिक स्थलों पर भी सोशल डिस्पेंसिंग से लेकर कई नए नियमों को लागू करने पर मंथन चल रहा है। फिलहाल उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर को लेकर नई व्यवस्थाओं पर विचार जारी है । महाकालेश्वर मंदिर में हाल ही में बैठक हुई है । इस बैठक में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन आने के बाद ही मंदिर खोलने के संबंध में विचार किया जाएगा। महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक सुजान सिंह रावत ने बताया कि अभी केंद्र सरकार की ओर से कोई भी गाइडलाइन नहीं आई है। मंदिर खोलने की गाइडलाइन आने के बाद ही महाकालेश्वर मंदिर को नए नियमों के साथ खोलने पर विचार होगा। श्री रावत ने भी बताया कि वर्तमान समय में ऑनलाइन का जमाना है। ऐसी स्थिति में दर्शन को लेकर ऑनलाइन बुकिंग पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तिरुपति मंदिर की तर्ज पर महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग के जरिए जानकारी देना होंगी। इससे महाकालेश्वर मंदिर समिति को भी पता चल जाएगा कि मंदिर में कब कितनी भीड़ रहेगी ? इसके अनुसार ही सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन कराया जा सकेगा। 

भगवान महाकाल तीनो लोको के स्वामी हैं और उनके दर्शन मात्र से अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिल जाती है। जैसा की सर्वविदित है 5 जुलाई से सावन का पवित्र महीना शुरू होने वाला है। ऐसी स्थिति में शिव भक्तों के मन में अभी से उत्सव उमड़ रहा है , मगर कोरोना के कारण नई व्यवस्थाएं जरूर थोड़े दिनों के लिए अटपटी रहेगी । यह संभावना है कि महाकालेश्वर मंदिर सावन महीने के पहले ही खुल जाएगा लेकिन इसके पहले भी यदि केंद्र सरकार की कोई गाइडलाइन आ जाती है तो मंदिर खोलने पर कोई दिक्कत नहीं होगी । महाकाल मंदिर समिति नए नियमों को लागू कर मंदिर खोलने को तैयार है मगर सरकारी गाइडलाइन का इंतजार है। 

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