उज्जैन। केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन जारी होने के बाद अब उज्जैन में बाजार खुलने की उम्मीद बढ़ गई है। फिलहाल उज्जैन जिला प्रशासन मंथन में लगा हुआ है कि किस प्रकार कोरोना के खिलाफ जंग को जारी रखते हुए बाजार को खोला जाए। अभी कोई भी औपचारिक आदेश उज्जैन जिला प्रशासन की ओर से जारी नहीं हुआ है जबकि सोशल मीडिया पर उज्जैन जिले के कुछ अनुविभागीय अधिकारियों द्वारा जारी किए गए आदेश की कॉपी वायरल हो रही है।
उज्जैन शहर लाॅक डाउन के बाद से ही लगातार 68 दिनों से बंद है। ऐसी स्थिति में केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन उज्जैन शहर के लोगों के लिए राहत देने वाली है। फिलहाल उज्जैन जिला प्रशासन द्वारा कोई भी आदेश नई गाइडलाइन के बाद जारी होने की जानकारी नहीं मिल पाई है। इस संबंध में उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह से संपर्क करने की कोशिश भी की गई लेकिन वे उपलब्ध नहीं हो पाए।
दूसरी तरफ जनप्रतिनिधि लगातार उज्जैन को खोलने की मांग कर रहे हैं । उज्जैन आलोट संसदीय सीट से सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि कोरोना के साथ रहकर लड़ाई लड़ना पड़ेगी, अब डरने की कोई जरूरत नहीं है । उज्जैन के बाजार खोला जाना चाहिए। सरकारी गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए आगे निर्णय लेना चाहिए । उज्जैन जिला प्रशासन को जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करने की कोई आवश्यकता नहीं है । केंद्र सरकार और राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप ही आगे की व्यवस्था जारी रखना चाहिए ।दोनों गाइडलाइन आने के बाद बैठक करना गाइडलाइन की मॉनिटरिंग करने के बराबर है जो कि ठीक नहीं रहेगा।
दूसरी तरफ उज्जैन दक्षिण के विधायक मोहन यादव ने भी गाइडलाइन के अनुरूप बाजार को खोलने की बात रखी है। उनका कहना है कि अब बैठक का कोई उचित नहीं है। दूसरी तरफ जिला प्रशासन भी मंथन में जुटा हुआ है। गौरतलब है कि उज्जैन काफी बड़े सदमे से उभर रहा है। उज्जैन में साढ़े छह सौ कोरोना पाजिटिव सामने आ चुके हैं ।इन सबके बीच 57 लोगों की मौत हो जाना बेहद चौंकाने वाली बात है। प्रदेश में वैसे आंकड़े की दृष्टि से इंदौर में ज्यादा लोगों की मौत हुई है लेकिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए उज्जैन का आंकड़ा काफी बड़ा है। अभी लोगों को उज्जैन जिला प्रशासन द्वारा जारी की जाने वाली गाइडलाइन का इंतजार है। दूसरी तरफ तराना के अनुविभागीय अधिकारी की सील लगा हुआ एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें अनुमति को लेकर तराना की गाइड लाइन लिखी हुई है। । इस पूरे मामले को लेकर विधायक पारस जैन का कहना है कि पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जो निर्देश जारी किए हैं उसके पालन में आदेश जारी होना चाहिए । इसके बाद वे किसी भी प्रकार की बैठक में हिस्सा लेंगे।