उज्जैन में 1 हफ्ते के लिए भी शराब का ठेका देने को राजी सरकार

उज्जैन। कोरोना काल में भी शराब का रसूख अभी भी कम नहीं हुआ है। सरकार को शराब जो राजस्व मिल रहा है उसमें थोड़ी भी कमी होती है तो सरकारें विचलित हो जाती है। वर्तमान समय में उज्जैन में सरकार 1 हफ्ते के लिए भी शराब की दुकानों के ठेके देने को तैयार हो गई है। इसके लिए पॉलिसी भी बन गई है। दूसरी तरफ आबकारी विभाग ने जिले में 22 दुकानों को चालू कर दिया है। संभवत : गुरुवार को एक दर्जन दुकानें और भी चालू हो सकती है। 

आबकारी विभाग के अधिकारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उज्जैन जिले की 142 दुकानों को लेकर सरकार की ओर से एक नई पालिसी आ गई है । इसके तहत कोई भी व्यक्ति 1 हफ्ते के लिए लाइसेंस फीस भरकर ठेका चला सकता है ।यदि आगे भी उक्त व्यक्ति ठेके को चलाना चाहता है तो सरकार की शर्तों के अनुसार उसे अनुमति मिल सकती है।

गौरतलब है कि शराब ठेकेदारों की अपनी समस्याओं की वजह से वे दुकान नहीं चला रहे हैं ।उनकी समस्याओं पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है ।दूसरी तरफ आबकारी विभाग ने उज्जैन जिले की 22 दुकानों को चालू कर दिया है ।शराब की दुकानें खोलने को लेकर अभी और भी तैयारी चल रही है ।संभवत: गुरुवार को आबकारी विभाग एक दर्जन नई दुकानों को खोल सकता है। इन सबके बीच मध्य प्रदेश सरकार ने नई पॉलिसी लॉन्च कर दी है ।इसके तहत कोई भी इच्छुक व्यक्ति 1 हफ्ते के लिए लाइसेंस फीस भरकर ठेका संचालित कर सकता है । इसके लिए तमाम नियम और शर्तें भी लागू की गई है।  बताया जा रहा है कि जब तक बड़े ठेकेदार दुकानें चालू करने का बीड़ा नहीं उठाते हैं तब तक एक हफ्ते वाली पॉलिसी को जारी रखा जाएगा ।

इसके अलावा आबकारी विभाग भी अपनी ओर से काफी तैयारी कर रहा है। आबकारी विभाग के सूत्रों के मुताबिक 1 वर्ष के लिए जो भी ठेका होता है उस राशि का 365 भाग देकर 1 दिन की राशि निकाली जाती है। इसके बाद उसमें 7 का गुणा कर एक हफ्ते की लाइसेंस फीस निकाली जा रही है। बताया जाता है कि ठेकेदारों पर दबाव बनाने के लिए सरकार ने नई पालिसी लॉन्च की है। 

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