रतलाम। जब दवाएं असर नहीं करती है तो दुआएं अपना असर जरूर दिखाती है लेकिन दुआओं के चक्कर में किसी ढोंगी बाबा के जाल में फंस जाना महंगा पड़ सकता है। रतलाम जिले में ढोंगी बाबाओं के चक्कर में कई लोग कोरोना से संक्रमित हो गए । जिला प्रशासन द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा ऐसे बाबाओं की भी जांच की जा रही है जो लगातार लोगों के संपर्क में रहे हैं और उनमें कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं।
उज्जैन संभाग के रतलाम जिले में एक साथ 20 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग भी मुस्तैद हो गया था। हालांकि सोमवार को रतलाम में महज चार कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए। सबसे बड़ी बात तो यह है कि रतलाम जिले में ढोंगी बाबाओं की वजह से भी कोरोना संक्रमण फैला है। रतलाम में 4 जून को एक बाबा की मौत भी हो चुकी है। बाबा हाथ चूम कर लोगों की बीमारियां दूर करने का दावा करते थे । हालांकि वे खुद कोरोना पॉजिटिव होकर परलोक सिधार गए । इसके बाद उनके संपर्क में आए कई लोग संक्रमित निकले । यह मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन और पुलिस महकमे ने बाबाओं को चिन्हित करना शुरू कर दिया इसके अलावा कई बाबाओं को क्वॉरेंटाइन भी किया गया है । बताया जा रहा है कि दो बाबा फिर संक्रमित मिले हैं । इनसे जुड़े लोगों की भी पहचान की जा रही है। इसी बीच रतलाम से राहत देने वाली खबर भी आ रही है मंगलवार को रतलाम से 22 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो रहे हैं। अभी तक रतलाम में 100 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं जबकि 5 लोगों की मौत भी हो गई है। रतलाम में कथित बाबाओं के चक्कर में कोरोना फैल गया। ऐसी सतर्कता उन जिलों में भी बरतने की जरूरत है जहां पर कथित रूप से तंत्र मंत्र के दावे किए जाते हैं। उज्जैन चर्चा भी आपको सतर्क कर रहा है कि यदि आपको किसी प्रकार की दिक्कत और तकलीफ हो तो स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें। अपनी दिक्कतों को दूर करने के लिए किसी बाबा या अंधविश्वास के चक्कर में ना पड़े।
50 बाबा ढूंढ निकाले थे पुलिस ने
रतलाम में झाड़-फूंक और हाथ चूम कर इलाज करने वाले बाबाओं का पूरा जमघट लगा हुआ था। जब 4 जून को पानी वाले बाबा के नाम से मशहूर एक बाबा की कोरोना से मौत हो गई तो पुलिस ने सर्चिंग शुरू की। पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने बताया कि पुलिस ने चंद दिनों में ही 50 बाबाओं को चिन्हित कर दिया जो झाड़-फूंक के नाम पर इलाज करने का दावा करते थे। इसके अलावा हाथ भी चुमते थे। इसके बाद उन बाबाओं के सैंपलिंग कराई गई। इनमें से दो बाबा कोरोना पॉजिटिव आए हैं। इसके अलावा 1 या 2 बाबा की रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
जावरा से हजारों लोग रवाना किए
कोरोना महामारी के चलते रतलाम पुलिस और जिला प्रशासन ने काफी सतर्कता और मुस्तैदी से काम लिया। पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने बताया कि जावरा स्थित धार्मिक स्थल हुसैन टेकरी पर 3 हजार 500 लोग फंसे हुए थे जिन्हें बंगाल तक बसों से पहुंचाया गया। वर्तमान में 30-40 लोग ही हुसैन टेकरी पर रुके हुए हैं। उन्हें भी होटल और लॉजिंग के जरिए अलग अलग रखा जा रहा है। इसके अलावा उनके भोजन से लेकर अन्य व्यवस्था भी निशुल्क उपलब्ध करवाई गई है।