भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें एक बार फिर तेजी से चल पड़ी है। राज्यसभा चुनाव निपटने के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार इसी महीने होने की संभावना है। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल विस्तार का नया फार्मूला भी आ गया है।
राज्यसभा चुनाव को लेकर मंत्रिमंडल विस्तार रोक दिया गया था। अब उपचुनाव के पहले मंत्रिमंडल विस्तार किया जाना बेहद जरूरी है । मध्यप्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है । ऐसे में चुनाव प्रचार से लेकर चुनाव प्रबंधन तक मंत्रियों को संभालना पड़ेगा। इसी के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल विस्तार की खबरें तेजी से सामने आ रही है। वर्तमान में मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा कृषि मंत्री के रूप में कमल पटेल, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ही मंत्रिमंडल में शामिल है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल विस्तार का एक नया फार्मूला आया है। इसके तहत पूर्व में कैबिनेट में मंत्री रह चुके विधायकों को एक बार फिर मंत्री पद दिया जा सकता है। वर्तमान में जो विधायक चुनाव जीत कर आए हैं उनमें 11 विधायक ऐसे हैं जो बीजेपी की सरकार में मंत्री रह चुके हैं। इनमें गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन, यशोधरा सिंधिया, पारसचन्द्र जैन, राजेन्द्र शुक्ला, रामपाल सिंह, भूपेन्द्र सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र पटवा, संजय पाठक, विश्वास सारंग शामिल है।
उक्त नामों के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में पूर्व में शामिल रह चुके विधायक या तो हार चुके हैं या फिर उनके टिकट काटे जा चुके हैं । ऐसी स्थिति में केवल 11 से विधायक बचे हैं जो पहले मंत्रिमंडल में शामिल रह चुके हैं। इन्हें एक बार फिर मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। बताया जाता है कि पूर्व में नरोत्तम मिश्रा भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं मगर इस बार भी उन्हें मंत्री बना दिया गया है। इनके अलावा सिंधिया खेमे से आठ और मंत्री बनाए जा सकते हैं। इस प्रकार 19 मंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में शामिल होना तय माने जा रहे हैं। इसके अलावा कुछ और नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
यू बार बार मंत्रिमंडल विस्तार का टल जाना..
मुख्यमंत्री के रूप में चौथी बार शपथ लेने शिवराज सिंह चौहान को पहली बार मंत्रिमंडल विस्तार में इतना मंथन करना पड़ रहा है। अगर मंत्रिमंडल विस्तार की बात करें तो यह पहला मौका है जब बीजेपी की सरकार में बार-बार विस्तार टलते जा रहा है। हालांकि इसके पीछे कोरोना के अलावा राज्यसभा चुनाव के साथ-साथ कई और प्रकरण भी जुड़े हुए हैं। वर्तमान में भी राज्यपाल लालजी टंडन की तबीयत खराब होने की वजह से मंत्रिमंडल विस्तार आगे खींच सकता है, मगर यह भी कहा जा रहा है कि उनकी हालत में लगातार सुधार हो रहा है। इसके अलावा राज्यपाल का प्रभाव किसी और को सौंपकर भी मंत्रिमंडल की शपथ कराई जा सकती है।
..और भी जोड़े जा सकते है नाम
पूर्व में मंत्री रह चुके 11 विधायकों के अलावा इंदौर से रमेश मेंदोला, उज्जैन दक्षिण से मोहन यादव के नाम भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय कोटे से जोड़े जा सकते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे से राजवर्धन सिंह, दत्तीगांव इमरती देवी के नाम जुड़ना तय माने जा रहे है। इसी प्रकार बीजेपी को राज्यसभा चुनाव में मदद करने वाले निर्दलीय विधायकों को भी मंत्री बनाया जा सकता है।