सरकार बदल गई मगर माफियाओं के दिन नहीं बदले

*भूमाफिया चम्पू उर्फ रितेश अजमेरा से पूछताछ हेतु मिला हैं, 7 दिन का पुलिस रिमांड।*

*टॉउनशिप काटकर लोगों से प्लॉट विक्रय में की गयी धोकाधड़ी पर दर्ज विभिन्न प्रकरणों के संबंध में की जायेगी विस्तृत पूछताछ।*

इंदौर। दिनांक 19.06.2020 को थाना क्राईम ब्रांच इन्दौर की टीम के व्दारा जिला इन्दौर में विभिन्न थानों मे पंजीबद्ध कुल 18 मामलों का फरार भूमाफिया आरोपी चम्पू उर्फ अजमेरा को इन्दौर उज्जैन रोड पर सांवेर तरफ जाते समय स्वंय की सफेद रंग की fortuner गाडी नम्बर MP09 WA 2930 मे जाते समय थाना बाणगंगा पुलिस के साथ घेराबंदी कर पकडा था । उक्त भूमाफिया पर थाना बाणगंगा मे कुल 4 अपराध पंजीबध्द थे जिसमे से तत्समय आरोपी चंपु उर्फ रितेश अजमेरा को थाना बाणगंगा के कालानंदी गोल्ड सिटी वाले अपराध क्रमांक 563/16 धारा 420,467,468,471,34 भादवि मे गिरफ्तार किया गया जाकर माननीय न्यायालय जिला इन्दौर के समक्ष पेश किया जाकर प्रकरण मे पूछताछ व साक्ष्य संकलन हेतु 7 दिन का पुलिस रिमांड स्वीकृत कराया गया हैं। आरोपी वर्तमान मे थाना बाणगंगा पर 7 दिन की पुलिस रिमांड पर है ।

आऱोपी चम्पू उर्फ रितेश अजमेरा के विरुद्ध उपरोक्त अपराध के अतिरिक्त थाना बाणगंगा पर अन्य कुल 3 अपराध भी पंजीब्ध्द है जिसमे क्रमशः अप.क्र.1459/19 व अप.क्र.-1460/2019 एवं अप.क्र.-07/2020 (उक्त तीनो अपराधो में आरोपी चम्पू उर्फ एवं अन्य के द्वारा कांलदी गोल्ड सिटी में क्रेताओं से प्लाट की राशी लेकर स्वामित्व नही दिया गया) इन 03 अपराधों मे भी चम्पु उर्फ रितेश अजमेरा की गिरफ्तारी की जाकर पूछताछ की जाना शेष है ।

थाना बाणगंगा के 4 अपराधों की पूछताछ के बाद पुलिस थाना लसुडिया व्दारा भी फोनिक्स टाउनशीप ग्राम कैलोद हाला प्रकरण में आरोपी चंपु उर्फ रितेश अजमेरा का पुलिस रिमांड मांगा जावेगा । पुलिस रिमांड प्राप्त होने पर थाना लुसिडया के (1) अपराध क्रमांक 44/2019 (2) अप.क्र.1410/2019 (3) अप.क्र.1413/2019 (04) अप.क्र. 1414/2019 (05) अप.क्र-1415/2019 (06) अप.क्र.-1424/2019 (07) अप.क्र.-1432/2019 (08) अप.क्र.-1435/2019 इन्दौर (9)- अप.क्र.1437/2019 (10)- अप,क्र 02/2020 में गिरफ्तारी व पूछताछ की कार्यवाही की जाना शेष है । (उक्त 10 अपराधो में आरोपी चम्पू उर्फ रितेश अजमेरा एवं अन्य के द्वारा फोनिक्स टाउनशीप ग्राम कैलोद हाला में क्रेताओं से प्लाट की राशी लेकर स्वामित्व नही दिया गया )

उक्त अपराध के अतिरिक्त सेटेलाईट हिल्स नायता मुडंला प्रकरण मे फरार आरोपी चंपु उर्फ रितेश अजमेरा को थाना तुकोगंज अप.क्र. 29/2020 धारा 406,420 भादवि मे तथा थाना तेजाजी नगर अप.क्र.17/2020 धारा 420,34 भादवि मे गिरफ्तार किया जाकर पूछताछ की जाना शेष है । (उक्त दोनों अपराध में सेटेलाईट हिल्स नायता मुडंला में रुपये लेकर प्लाट का स्वामित्व नही दिया)

भूमाफिया चम्पू उर्फ रितेश अजमेरा एव इसके अन्य साथी नीलेश ,पवन ,योगीता,सोनाली अजमेरा, चिराग शाह, निकुल, मनीष, जितेन्द्र पंवार, विकास सोनी, अमरीश चौरसिया, रजत वोहरा, शब्बीर एवं खलील के विरूध्द वर्ष 2016 मे भी CRIME BRANCH INDORE के थाने पर फोनिक्स टाउनशीप ग्राम कैलोद हाला मे धोखाधडी व जालसाजी के प्रकरण मे अपराध क्रमांक 13/16 धारा 420,467,468,471,120 बी भादवि का पंजीबध्द किया जाकर आरोपीगणों को विरूध्द विवेचना उपरांत माननीय न्यायालय जिला इन्दौर मे आरोप पत्र (चार्ज शीट) अभियोग पत्र क्र. 1/13 दि. 18.09.16 का कता किया जाकर माननीय न्यायालय मे दिनांक 22.09.16 को फौ.मु.न. 35794 पर पेश किया गया था जो वर्तमान मे न्यायालय मे विचाराधीन होकर सुनवाई पर लंबित बना हुआ है । थाना CRIME BRANCH INDORE को उक्त अपराध की विवेचना के दौरान फिनिक्स डेवकान प्रायवेट लिमिटेड कालोनी के नाम से आरोपी चंपु उर्फ रितेश अजमेरा एवं अन्य साथीगणों के व्दारा धोखाधडी व जालसाजी किए जाने के जो बिंदु सामने आए थे वे निम्नलिखित है ।

▪️उक्त कालोनी फिनिक्स डेवकान प्रायवेट लिमिटेड के नाम से वर्ष 2007 मे बनाई गई जिसके डायरेक्टर रितेश अजमेरा , निलेश , पवन योगिता सोनाली अजमेरा,चिराग शाह निकुल जितेन्द्र पंवार , विकास सोनी अमरिश चौरसिया , रजत बोहरा ,मनीष सिंह है एवं अन्य आरोपी शब्बीर एवं खलील रितेश अजमेरा के यहां काम करते थे ।
▪️ उपरोक्त आरोपीगणों के व्दारा कुल 75 एकड कृषि भूमी जो कि कुल 18 लाख 75 हजार वर्ष फिट है जो कि किसानों से क्रय की गई परंतु उक्च जमीन पर 100 एकड के हिसाब से 25 लाख वर्ग फिट का नक्शा तैयार कर कुल 2303 प्लाट के कुल 3 नक्शे पाए कराए गए थे जो कि नियम विरूध्द थे जबकि उनमे से एक स्थान पर रेल्वे लाईन होने से संभव ही नही था ।

▪️रितेश उर्फ चंपु अजमेरा व उसके साथीगणों व्दारा किसानों की कृषि भुमी अपने नाम पर कराए बगैर ही वर्ष 2007 मे ही किसानों के जाली हस्ताक्षर कर टी.एन.सी कार्यालय मे कूटरचित दस्तावेज प्रस्तुत कर नक्शे पास कराए गए ।

▪️ रितेश उर्फ चंपु अजमेरा व उसके साथीगणों व्दारा वर्ष 2007 मे टीएनसी कार्यालय से सेटेलाईट इन्फ्राक्सक्चर कंपनी के नाम से नक्शे पास कराए गे और कालोनी का विकास फोनिक्स डेवकान प्रायवेट लिमिटेड कंपनी की ओर से किया गया ।
▪️ रितेश उर्फ चंपु अजमेरा व उसके साथीगणों व्दारा किसाने से जमीन क्रय कर अपनी कंपनी के नाम पर रजिस्ट्री नही कराई और शासन की स्टाम्प डयूटी की ठगी कर कालोनी से प्लाट बेचकर लोगों को सीधे ही उनके नाम पर प्लाट की रजिस्ट्री कर दी गई थी ।

▪️ रितेश उर्फ चंपु अजमेरा व उसके साथीगणों व्दारा किसानों से 75 एकड कृषि भूमि की रजिस्ट्री अपने नाम जाने से पूर्व ही लोगों को प्लाट विक्रय कर उनसे 75 प्रतिशत राशि प्राप्त कर ली गई ।

▪️रितेश उर्फ चंपु अजमेरा व उसके साथीगणों व्दारा पास कराए गए नक्शों मे उल्लैखित 100 एकड कृषि भूमि मे से मात्र लगभग 50 एकड कृषि भूमि ही किसानों ने इनके नाम रजिस्ट्री कराई गई जो यह मात्र 50 एकड कृषि भूमि के ही मालिक थे और उक्त आरोपीगणों व्दारा पास कराए गए नक्शों मे उल्लैखित 25 एकड कृषि भूमी किसानों ने इनको बेची ही नही और ना ही इनके नाम से रजिस्ट्री की गई ।

▪️रितेश उर्फ चंपु अजमेरा व उसके साथीगणों व्दारा काटी उक्त टाउन शिप मे पास कराए नक्शों मे से कई खसरा नंबर जो कि किसानो की कृषि भूमी थी जिस पर आज भी किसान खेती कर रहे है ।

▪️ रितेश उर्फ चंपु अजमेरा व उसके साथीगणों व्दारा काटी उक्त टाउन शिप मे रजिस्टर्ड मात्र 50 एकड भूमि मे केवल 1100 प्लाट ही हो सकते थे परंतु उक्त आरोपीगणों व्दारा इनके व्दारा 2300 प्लाट के नक्शे पास कराकर 2303 से भी अधिक 2440 नंबर तक के प्लाटों की ब्रिक्री की गई थी । जिनमे से एक ही प्लाट एक से अधिक व्यक्तियों को रजिस्ट्री भी कर दी गई थी ।

▪️रितेश उर्फ चंपु अजमेरा व उसके साथीगणों व्दारा काटी उक्त टाउन शिप मे पास कराए गए नक्शों मे जो नाला व गार्डन दिखाया गया था उक्त स्थान पर भी प्लाट काटकर विक्रय कर दिया गया और कई जगह तो प्लाट के स्थान पर रोड निकाल दिया गया ।

▪️रितेश उर्फ चंपु अजमेरा व उसके साथीगणों व्दारा काटी उक्त टाउन शिप मे कालोनो की विकसित किए बिना ही शासन को गलत जानकारी लिखीत मे दी जाकर इनके व्दारा शासन से प्राप्त अनुमति मे दे गई शर्तों के विपरित कालोनी को विकसित कर दी गई । इनके व्दारा जिन किसानों से जमीन कृय करने का उल्लैख है उन किसानो ने जमीन ही विक्रय नही की उक्त रजिस्ट्री पर किसाने के फर्जी हस्ताक्षर पाए गऐ थे ।

▪️ रितेश उर्फ चंपु अजमेरा व उसके साथीगणों व्दारा एसडीएम इन्दौर को बैंक गारंटी मुक्त कराने हेतु दिए गे पत्रों मे भी किसानों के जाली हस्ताक्षर किए थे ।

▪️ रितेश उर्फ चंपु अजमेरा व उसके साथीगणों व्दारा काटी उक्त टाउन शिप मे जिन-जिन लोगों के प्लाट बेचकर रजिस्ट्री की गई है उन लोगों से कालोनी मेंटनेस के नाम पर अतिरिक्त राशि जो कि करीब कुल 16 करोड होती है ले ली गई जबकि प्लाट विक्रय करते सम इस बारे मे नहीं बताया गया था ।

▪️ रितेश उर्फ चंपु अजमेरा व उसके साथीगणों व्दारा एक्सिस बैंस इन्दौर् मे बैंक गारंटी के रूप मे जमा कराए गए 1 करोड 38 लाख रूपए को भी मुक्त कराए जाने का आदेश प्राप्त कर इनके व्दारा वह राशि भी बैंक से प्राप्त कर ली गई ।

वर्ष 2016 मे जिला कलेक्टर इन्दौर के समक्ष 290 प्लाट धारकों व्दारा शिकायतें की गई थी जो जिला कलेक्टर महोदय व्दारा फोनिक्स टाउनशिप का सीमांकन कराया जाकर प्राप्त शिकायतों का निराकरण कराया गया जिनके अनुसार उनके व्दारा कुल 139 प्लाट धारकों को कंपनी व्दारा जिन प्लाट नंबरो की रजिस्ट्री की गई है वह प्लाट कंपनी की स्वामित्व की भुमि मे ही नही पाया जाकर अन्य किसान की कृषि भुमी का पाए जाने से प्लाट नही दिलाया जा सका । और यह भी पाया गया कि 139 प्लाट धारकों की जमीन किसानों व्दारा फोनेक्स कंपनी को बेचना ही नही पाई गई फिर भी उनके फर्जी हस्ताक्षर कर टी.एन.सी. पास कराकर उस पर प्लाट धारकों को प्लाट बेचकर फर्जी रजिस्ट्री की जाकर करोडों रूपए की धोखाधडी की गई ।

फोनेक्स देवकान प्रायवेट लिमिटेड के संबधित ग्राम कैलोद हाला के खसरा नंबर के किसाने की जमीव पर प्लाट काटकर भूखंण्डों की रजिस्ट्री कर दी गई जबकी उक्त खसरा नंबरो की जमीन आज भी किसानो के पास उन्ही के नाम पर है इसके अतिरिक्त वह खसरा नंबर जिस पर शासकीय नाला था जिस पर भी प्लाट व गार्डन कंपनी व्दारा धोखाधडी कर दी गई थी । कंपनी के व्दारा फोनेक्स देवकान टाउनशिप मे टीएनसी के व्दारा 2303 भुखंण्डों की स्वीकृति कराई गई थी जबकि कंपनी के डायरेक्टरों के व्दारा इससे भी अधिक करीब 2418 तक भुखण्ड विक्रय कर अवैध रूप से लाभ प्राप्त कर धोखाधडी करना पाया गया था ।
इसी प्रकार जिला इन्दौर के विभिन्न थानों मे पंजीबध्द जमीन संबधी अपराधों मे भी फरार भूमाफिया आरोपी चम्पू उर्फ रितेश अजमेरा ने अपने अन्य सहयोगी साथियों की मदत से इसी प्रकार की धोखाधडी की है जो कि वर्तमान मे विवेचना मे लंबित बने हुए है ।

आऱोपी चम्पू उर्फ रितेश अजमेरा की फरारी पश्चात नेपाल मे छुपे होने की सूचना पर गिरफ्तारी हेतु क्राईम ब्रांच की एक टीम पतारसी व गिरफ्तारी हेतू नेपाल भी जा चुकी थी ।

क्राईम ब्रांच की टीम व्दारा जिला इन्दौर के फरार भूमाफिया मे अब तक बाबी छाबडा , हैप्पी धवन व ,चम्पू उर्फ रितेश अजमेरा को गिरफ्तार करवाया जा चुका है अभी भी शेष फरार भूमाफियाओं की पतारसी व गिरफ्तारी की जाना शेष है जिस पर क्राईम ब्रांच की टीमें लगातार लगी हुई है।

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