अब मान भी जाओ सरकार, खुलवा दो घर के द्वार..!

एक शायर का शेर है- 

हंसते हैं लोग मेरी गरीबी को देखकर..

और खुश हूँ मैं अपने पड़ोसी को देखकर..!

लेकिन इन दिनों वे पड़ोसी काफी दुखी हैं जिनके आस पड़ोस में रहने वाले लोग कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। देखिए पूरी रिपोर्ट “सूरज मेहता” की कलम से।

उज्जैन। इंदिरा नगर क्षेत्र में कंटेंटमेंट एरिया की चपेट में तीन घर आ गए। 15 दिन होने के बाद भी राहत नहीं मिलने से पड़ोसी मुश्किल में पड़ गए हैं। परेशान बैंककर्मी ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री शिवरजसिंह चौहान को दुखड़ा बताया है।

कोरोना संक्रमित घर के साथ समीप के दो अन्य घर इंदिरा नगर में बेरिकेडिंग कर दिए गए थे। 15 दिन बड़ी मुश्किल से निकलने के बाद उम्मीद जगी कि अब घर से निकलने की आजादी मिलेगी लेकिन बेरिकेडिंग हटाने के आदेश नहीं आने से दोनों परिवार के लोग घर बैठे माथा ठोक रहे हैं। ews 277/477 निवासी अजयसिंह सेंगर ने बताया कि आफिस से फोन आ रहे हैं कब आओगे ? घर में भी कई तरह की जरूरत का सामान उपलब्ध नहीं है। पड़ोसी कोरोना पीड़ित स्वस्थ घर लौट आए हैं। इस बात की उन्हें बहुत खुशी हुई लेकिन पता है कि 10 दिन तक बेरिकेड्स नहीं खोले जाएंगे, यह बहुत ज्यादती है। 2 माह का लॉक डाउन झेलने के बाद एक बार फिर से घर में घर में कैद होना बड़ी असहनीय पीड़ा है। कलेक्टर आशीष सिंह से भी गुहार लगाकर कहा गया है कि संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर पड़ोसियों पर रहम करें जिससे उनकी दिनचर्या और रहन सहन सामान्य हो सके। उल्लेखनीय है कि उज्जैन में कंटेंटमेंट एरिया की अवधि 21 दिन की रखी गई है। कोरोना पॉजिटिव मरीज निकलने के 21 दिन बाद तक एरिया को सील कर दिया जाता है । ऐसी स्थिति में उज्जैन शहर के कई लोग बेहद परेशान है । अभी तक उज्जैन में 204 कंटेनमेंट एरिया बन चुके हैं ।इनमें से 78 कंटेंटमेंट एरिया आज दिनांक तक सक्रिय है। 

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