भोपाल। एक समय था जब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से ही पूरे प्रदेश में राजनीति चलती थी लेकिन अब देश के दिल दिल्ली से मध्य प्रदेश की राजनीति तय हो रही है। समय परिवर्तनशील है और यही वजह है कि चौथी बार मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल रहे शिवराज सिंह चौहान को मंत्रिमंडल विस्तार करने में काफी मशक्कत करना पड़ रही है लेकिन सबकुछ दिल्ली से तय हो रहा है। देखिये रिपोर्ट।
जब भी राजनीतिक क्षेत्र में गठबंधन या दूसरी पार्टी के नेताओं का विलय होता है तो बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह बात साबित हो रही है शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बार-बार अटकलें को देखकर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल का विस्तार 30 जून को होने जा रहा है । भोपाल में इसकी तैयारियां भी चल रही है। इस बार सब कुछ दिल्ली से तय हुआ है। बताया जाता है कि मंत्रियों के नाम से लेकर उनके विभाग तक दिल्ली से तय हो गए हैं । अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बाकी मंत्रियों के शपथ विधि समारोह के ठीक बाद ही उनके विभागों का वितरण भी कर देंगे ।
संभावना है कि अगर मंगलवार को शपथ विधि समारोह आयोजित हुआ तो रात तक विभागों की सूची भी जारी कर दी जाएगी। इस बार मंत्रिमंडल विस्तार में संगठन के साथ साथ कई ऐसे नेताओं की भी खूब चली है जो पर्दे के पीछे रहकर अभी तक राजनीति करते आए हैं । इस बार सभी गुटों को साधने की कोशिश की गई है। इसके साथ साथ उप चुनाव को देखते हुए जातिगत समीकरण को भी महत्ता दी गई है । हालांकि मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही असंतोष फैलना भी वाजिब है, इसको देखते हुए डैमेज कंट्रोल के भी पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं।
जो कल तक कांग्रेस में मंत्री थे अब बीजेपी सरकार में भी मंत्री रहेंगे
अजीब संयोग देखिए जो कल तक कांग्रेस के सरकार में मंत्री थे वे भाजपा की सरकार में भी मंत्री बनने जा रहे हैं । बताया जाता है कि कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे सभी विधायकों को अब बीजेपी की सरकार में भी मंत्री पद दिया जा रहा है । हालांकि उन्हें आगामी उप चुनाव जीतना बेहद जरूरी रहेगा। इसके अलावा राजवर्धन सिंह दत्तीगांव का भी मंत्री बनना तय माना जा रहा है। इस बार विधानसभा में सदस्यों की संख्या के अनुसार 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं । इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पद भी शामिल है । अभी तक मुख्यमंत्री सहित छह मंत्री शपथ ले चुके हैं। इस प्रकार आप 29 मंत्री और बनाए जा सकते हैं। खबर है कि दो तीन मंत्री पद अभी खाली रखे जाएंगे। जिन वरिष्ठ विधायकों को मंत्री नहीं बनाए जाएगा, उन्हें योजना आयोग में पद से नवाजा जाएगा।
भाजपा से ये नाम फायनल..
वैसे तो भाजपा ने पूरी लिस्ट तैयार कर ली है लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार की सूची जारी होने से पहले ही पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, विश्वास सारंग, यशोधरा राजे सिंधिया, राजेन्द्र शुक्ला, संजय पाठक, अरविंद भदोरिया को बधाइयां मिलना शुरू हो गई है। इनके अलावा इंदौर के रमेश मेंदोला, रतलाम के चेतन कश्यप को भी सोशल मीडिया पर बधाइयां दी जाने की खबरें आ रही है। मंगलवार सुबह 9 बजे से उन विधायकों के पास फोन आना शुरू हो जाएंगे जिन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है।