शिवराज मंत्रिमंडल: यहाँ उलझा गणित !

भोपाल/दिल्ली। मध्यप्रदेश में चौथी बार मुख्यमंत्री बन कर रिकॉर्ड बनाने वाले शिवराज सिंह चौहान को अपने मंत्रिमंडल विस्तार में पसीने छूट गए। मंत्रिमंडल विस्तार में ऐन मौके पर ऐसे पेच फंस गए जिसकी वजह से विस्तार आगे बढ़ाया जा रहा है। देखिए अंदर की खबर। 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपनी चौथी पारी के कार्यकाल में 100 दिन पूरे हो गए हैं लेकिन अभी तक मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार बार-बार टलता जा रहा है । वर्तमान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित 6 मंत्री हैं जो पूरे मध्य प्रदेश की कमान संभाल रहे है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर दिल्ली भी गए थे लेकिन आलाकमान की ओर से उन्हें हरी झंडी नहीं मिल पाई है।

बताया जाता है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने पुराने साथियों को ज्यादा से ज्यादा मंत्री बनवाना चाहते हैं लेकिन इस बार नए लोगों को मौका मिलने की बात भी सामने आ रही है। इसी वजह से पेंच फंस गया है । इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों के नाम को लेकर भी पूरी तरह हरी झंडी नहीं मिल पाई है ।बताया जाता है कि विभागों के बंटवारे को लेकर भी काफी उलझन है। सिंधिया समर्थकों को बड़े मंत्रालय दिए जाने की पेशकश पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा की गई है लेकिन बीजेपी मंत्रालय को लेकर भी उलझन में है।

बताया जा रहा है कि इस बार उपमुख्यमंत्री पद को लेकर भी खींचतान हो रही है। कमलनाथ सरकार गिराने में अहम भूमिका निभाने वाले कैबिनेट मंत्री नरोत्तम मिश्रा उप मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल है मगर सिंधिया खेमा भी तुलसी सिलावट या गोविंद सिंह को उपमुख्यमंत्री बनवाना चाहता है। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य, ग्रह, राजस्व, खनिज, परिवहन मंत्रालय को लेकर भी आपसी खींचतान सामने आ रही है जिसके चलते मंत्रिमंडल विस्तार आगे बढ़ रहा है। 

सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दिल्ली में 1 घंटे तक चर्चा भी हुई। इस दौरान सिंधिया ने शिवराज को ₹30 लाख कोरोना रिलीफ फंड में भेंट किए। इस दौरान आप तस्वीर देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरीके से दोनों नेताओं के चेहरे पर शिकन और परेशानी दिख रही है । दूसरी तरफ यह भी बात सही है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रेल मंत्री बनने की इच्छा जाहिर की है।

कैबिनेट मंत्री नरोत्तम मिश्रा अभी दिल्ली में ही आपसी सहमति बनाने में जुटे हुए हैं। हालांकि भोपाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चुप्पी साध ली है। हालांकि अभी कहा जा रहा है कि 25 मंत्री 2 जुलाई को शपथ लेंगे। इसे लेकर तैयारियां तेज हो गई है। दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में तीन-चार जगह खाली रखी जाएगी ताकि उन 8-10 विधायकों को अगले मंत्रिमंडल विस्तार का बोल कर संतुष्ट किया जा सके जिन्हें इस बार मंत्री नहीं बनाया जा रहा है ।

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