उज्जैन। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की एक फिल्म आई थी मिस्टर नटवरलाल, उस फिल्म के किरदार नटवरलाल को असली जिंदगी में एक ऐसे नटवरलाल ने पीछे छोड़ दिया जो आईपीएस अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करता था.. इस नटवरलाल के किस्से सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे.. उज्जैन तो ठीक मध्य प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी इंदौर में भी इस नटवरलाल ने कई लोगों को चुना लगाया है.. हालांकि एक छोटे से मामले में यह नटवरलाल स्पेशल टास्क फोर्स के हत्थे चढ़ गया, जिसके बाद जो खुलासे हुए.. उससे पुलिस अधिकारी भी चौंक गए।
स्पेशल टास्क फोर्स के पुलिस अधीक्षक गीतेश कुमार गर्ग को सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध व्यक्ति देवास जिले में टोल टैक्स पार करते समय खुद को आईपीएस अधिकारी बताता है। इसके अलावा उसकी गतिविधियां भी संदिग्ध है। वह अक्सर विवाद भी करते रहता है। इसी सूचना के आधार पर एसटीएफ ने जाल बिछाकर ठेके से नटवरलाल ज्योतिर्मय विजयवर्गीय को पकड़ लिया, जो काफी शातिर है। ज्योतिर्मय विजयवर्गीय अलग-अलग सिम कार्ड रखकर ट्रू कॉलर में खुद को आईपीएस अधिकारी चिन्हित करते हुए कई लोगों के साथ ठगी कर चुका है । आरोपी विजयवर्गीय मूलत: इंदौर का रहने वाला है और उसके माता पिता देवास में रहते हे। वह इंदौर संभाग में अपराधिक वारदातों को अंजाम देता था।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी ने इंदौर में कई लोगों के साथ ठगी की है। वहां फर्जीवाड़ा करते हुए ऐसे चेक भी लोगों को दे देता था जिसके खाते में नील बैलेंस रहता था । आरोपी इतना शातिर है कि वह अपना अक्सर ठिकाना भी बदल लेता था। उसने प्रॉपर्टी सहित कई मामलों में ठगी की वारदात को अंजाम दिया है । उज्जैन एसटीएफ नेआरोपी को पकड़ने के बाद जब उससे पूछताछ की तो उसने कई खुलासे किए हैं । इस बात की तस्दीक इंदौर पुलिस से भी की जा रही है। आरोपी को पुलिस ने नटवरलाल की संज्ञा दे दी है। पुलिस अधिकारियों द्वारा आरोपी को रिमांड पर लेकर उससे और भी पूछताछ की जाएगी। फिलहाल ज्योतिर्मय विजयवर्गीय के खिलाफ टोल टैक्स पर खुद को आईपीएस ऑफिसर धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज हुआ है। आरोपी विजयवर्गीय नाम बदलने में भी काफी माहिर है। उससे आर्थिक धोखाधड़ी के कई मामलों का पटाक्षेप हो गया है। बताया जाता है कि इंदौर के कई मामले अभी भी उजागर नहीं हुए हैं जो इस आरोपी ज्योतिर्मय विजयवर्गीय से कडी पूछताछ के बाद खुलेंगे।