उज्जैन: रेमेडिसिविर को लेकर बड़ी ख़बर

उज्जैन।  कोरोना काल में अगर दवाओं की बात की जाए तो सबसे ज्यादा चर्चा भी रेमेडीशिविर इंजेक्शन को लेकर हो रही है। इसे लेकर उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने महत्वपूर्ण रणनीति तैयार की है ताकि जरूरतमंदों तक यह इंजेक्शन पहुंच सके और इसका दुरुपयोग तथा कालाबाजारी न हो। देखिए पूरी खबर।

कोरोना काल में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी कई लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी है । इन सबके बीच रेमेडीसिविर इंजेक्शन को लेकर पिछले कुछ दिनों से लगातार उहापोह की स्थिति बनी हुई है।  ऐसा माना जा रहा है कि इंजेक्शन रामबाण के समान उपयोग में आ रहा है। इसी धारणा के चलते इंजेक्शन की मांग काफी अधिक बढ़ गई है ।

उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने 7 अप्रैल को एक पत्र जारी कर यह भी स्पष्ट कर दिया था कि यह इंजेक्शन किन लोगों को किस परिस्थिति में लगाया जाना चाहिए। इसके लिए तीन सबसे महत्वपूर्ण बिंदुओं को अंकित करते हुए पत्र जारी किया गया था। इन सबके बीच उज्जैन के निजी और सरकारी अस्पताल में लगातार मरीजों द्वारा बड़ी शिविर इंजेक्शन की मांग की जाती रही है । मरीजों के परिजन भी लगातार मांग करते आ रहे है। डिमांड बढ़ने और मांग कम होने की वजह से कालाबाजारी की खबरें भी सामने आने लगी थी। इन सबके बीच उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह ने एक दल बनाकर मरीजों की डिमांड और आवश्यकता को देखते हुए पूरा डाटा तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं ।

ड्रग इस्पेक्टर डीएस कुशवाह के नेतृत्व में इस दल द्वारा निजी अस्पतालों में जाकर कोरोना मरीजों का डाटा लिया जा रहा है। एसएस गुप्ता में डाटा तैयार होने के बाद दल गुरु नानक अस्पताल में जांच कर रहा है। रविवार की देर रात और सोमवार सुबह भी जांच चलेगी। इससे यह डाटा तैयार हो जाएगा कि रेमेडीसिविर इंजेक्शन की कितने लोगों को आवश्यकता है । इनकी आवश्यकता को पूरा करते हुए जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित किए जाएंगे ताकि इंजेक्शन को लेकर चल रही मारामारी खत्म हो जाए। इसके अतिरिक्त सभी को समान रूप से इंजेक्शन मिल सके।

उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह की इस रणनीति से कोविड  मरीजों के परिजनों ने राहत की सांस ली है । आमतौर पर यह देखने में आता है कि प्रभावशाली और धनाढ्य वर्ग के लोग दवाओं के साथ साथ अन्य पर्याप्त इंतजाम कर लेते हैं मगर निर्धन और मध्यम वर्गीय परिवार को ऐसी परिस्थिति में परेशानी के अलावा कुछ नहीं मिलता है लेकिन उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने लोगों की परेशानी को समझते हुए बड़ा कदम उठाया है । इस कदम के बाद उज्जैन के अस्पतालों में रेमेडीसीविर इंजेक्शन की मांग और पूर्ति को लेकर पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी, जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा पर्याप्त मात्रा में इंजेक्शन का इंतजाम सुनिश्चित किया जाएगा।

डाटा तैयार करती टीम

 

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