महाकाल मंदिर में प्रोटोकॉल लेने पर देना होगी राशि

 

उज्जैन। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में 17 माह बाद एक बार फिर भस्मा आरती में आम श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलने जा रहा है । शिव भक्तों के लिए यह खबर उत्साह भरने वाली है।

दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त में प्रतिदिन भस्म आरती होती है। विश्व प्रसिद्ध भस्मा आरती को देखने के लिए देशभर के श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं । कोविड-19 की वजह से भस्म आरती में मार्च 2020 से आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद था। कोरोना प्रोटोकॉल के चलते भस्म आरती में केवल पंडे पुजारी ही शामिल हो पा रहे थे। कोरोना का प्रभाव थोड़ा कम होने के साथ उज्जैन में गुरुवार को महाकाल मंदिर समिति की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक और अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि अगले सप्ताह बुधवार से आम श्रद्धालुओं को भस्म आरती में प्रवेश दिया जाएगा। गौरतलब है कि सावन माह में भी शिव भक्तों को भस्म आरती के दर्शन नहीं हो पाए थे।

ऑनलाइन बुकिंग पर ही मिलेगा प्रवेश
एडीएम नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि भस्म आरती में प्रवेश को लेकर गाइडलाइन बनाई गई है। नंदीहाल और गर्भ ग्रह में किसी भी श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिलेगा। भस्म आरती के दौरान कार्तिक और गणेश मंडपम में बैठकर श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। इसके अलावा ऑनलाइन बुकिंग के आधार पर ही भस्म आरती में प्रवेश दिया जाएगा। भस्म आरती में श्रद्धालुओं की क्षमता भी पूर्व से आधी रखी जाएगी।

वीआईपी प्रोटोकॉल लेने पर देना होगी राशि
महाकालेश्वर मंदिर समिति ने यह भी निर्णय लिया है कि जो लोग वीआईपी प्रोटोकॉल लेंगे, उन्हें प्रति श्रद्धालु सो रुपए की रसीद कटवाना पड़ेगी। मंदिर प्रशासक श्री सूर्यवंशी के मुताबिक पिछले कुछ समय में यह देखने में आया था कि बड़ी संख्या में लोग प्रोटोकाल के जरिए दर्शन व्यवस्था का लाभ उठा रहे थे। मंदिर समिति की आय बढ़ाने और व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के ₹100 प्रति व्यक्ति की रसीद मंदिर समिति वीआईपी प्रोटोकॉल के बदले में कटवाएगी।

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