बिजली कंपनी के 600 अधिकारी व कर्मचारी इस बार बड़ा आंदोलन करने जा रहे हैं। वे 10 अक्टूबर को अपने मोबाइल बंद रखेंगे। उसके बाद दूसरे दिन 11 अक्टूबर से काम बंद कर देंगे। इसका असर जनता से जुड़ी बिजली सेवाओं पर पड़ेगा। बिजली अमले को सातवां वेतनमान नहीं दिए जाने व अन्य मांगों का निराकरण नहीं होने के चलते यूनाइटेड फोरम फॉर पावर इंप्लाइज एवं इंजीनियर्स अनिश्चितकालिन काम बंद आंदोलन कर रहा है। फोरम के अंतर्गत 11 अधिकारी व कर्मचारी संगठन हैं जो कि हड़ताल में शामिल रहेंगे। फोरम के पदाधिकारियों ने बताया मांगों को लेकर 27 अगस्त व 1 सितंबर को आंदोलन कर चुके हैं। उसके बाद भी मांगों का निराकरण नहीं किया गया है। इसको लेकर 5 से 7 अक्टूबर तक विधायकों व सांसद के समक्ष अपनी बात रखेंगे। उसके बाद काम बंद आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। जिसमें बिजली संबंधी किसी भी तरह की सेवाएं नहीं दी जाएगी। आंदोलन में पूरे जिले के अधिकारी व कर्मचारी शामिल होंगे। इधर बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि काम बंद आंदोलन के दौरान वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।
Breaking

उज्जैन के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री भी आगे आए..

उज्जैन.. ये आग कब बुझेगी..!

सावधान! 78 साइन हो जाएंगे उज्जैन कलेक्टर के..

उज्जैन में सोमवार से कोरोना के खिलाफ नई जंग का आगाज

महाकाल के दरबार में कोरोना को लेकर प्रार्थना

रेमडेसिविर: उज्जैन में चल रहा था 100% का मुनाफे का गौरखधंधा..

अब और लाशें नहीं उठा पाएगा उज्जैन..

डॉ मोहन यादव को उज्जैन का प्रभारी मंत्री बनाया

उज्जैन के इतिहास में पहली बार विधायक और मंत्री नहीं खेलेंगे होली

उज्जैन को झटका ?
Saturday, July 05, 2025