आज से देश भर में 5 बड़े नियमों में बदलाव होने जा रहा है। ये सारे बदलाव हमारे रोजमर्रा के जीवन से जुड़े हुए हैं। बैंकिंग और दुकान से आप जो सामान खरीदते हैं, उनसे सबसे ये बदलाव जुड़े हुए हैं।
इसमें एसबीआई के खाताधारकों को अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखने के मामले में थोड़ी राहत मिल गई है तो वहीं आज से देश के सारे नेशनल हाईवे पर इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन की शुरूआत हो जाएगी। इसके अलावा आज से कॉल रेट भी सस्ते हो सकते हैं और पुराने एमआरपी पर अब सामान नहीं बिकेगा।
क्या क्या बदल रहा है आज से?
एसबीआई ने मिनिमम बैलेंस लिमिट घटाई
एसबीआई ने मेट्रो शहरों में मिनिमम बैलेंस लिमिट 5,000 रुपये से घटाकर 3,000 रुपये कर दी है। इससे करीब पांच करोड़ खाताधारकों को फायदा होगा। जुर्माना भी घटा दिया गया है। पहले मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर जुर्माने के रूप में 40 से 100 रुपये तक वसूले जाते थे और उस पर सर्विस टैक्स भी लगाया जाता था लेकिन अब उसे घटाकर 30 से 50 रुपये कर दिया गया है।
छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में मिनिमम बैलेंस मेनटेन नहीं करने पर 25 से 75 रुपये का जुर्माना लगता था जिसे घटाकर 20 से 40 रुपये कर दिया गया है।
पुराने खातों को बंद करवाने पर नहीं लगेगी फीस
एसबीआई में अकाउंट बंद करवाने पर कोई फी नहीं लगेगी, बशर्ते खाता एक साल पुराना हो। अगर कोई खाता खोलने के 14 दिन बाद और एक साल से पहले अकाउंट बंद करवाता है तो उसे 500 रुपये और जीएसटी देना होगा।
पुराने चेक मान्य नहीं होंगे
जिन लोगों के पास एसबीआई में मर्ज हो चुके बैंकों की चेकबुक हैं। इन बैंकों की पुरानी चेक बुक और आईएफएससी कोड 30 सितंबर के बाद मान्य नहीं होंगे।
नेशनल हाईवे के सभी लेन पर इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन
आज से नेशनल हाईवे के सभी लेन पर इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन की शुरुआत हो रही है। यानी अगर आपने अपनी गाड़ी पर आरएफआईडी टैग लगाया है, तो आपको टोल पर रूकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कॉल रेट सस्ता होने की भी उम्मीद
आज से कॉल रेट सस्ता होने की भी उम्मीद है। क्योंकि ट्राई ने पिछले दिनों जो इंटरकनेक्शन चार्ज घटाया था वो आज से लागू हो रहा है। इंटरकनेक्शन चार्ज 14 पैसे प्रति मिनट से घटकर 6 पैसे प्रति मिनट हो जाएगा।
क्या होता है आईयूसी चार्ज?
इंटरकनेक्शन यूसेज चार्ज वो फीस होती है, जिसे टेलिकॉम कंपनियां उस दूसरी कंपनी को देती है, जिसके नेटवर्क पर कॉल खत्म होती है। आईयूसी चार्ज कम होने पर उम्मीद की जा रही है कि अब टेलीकॉम कंपनियां कॉल रेट भी कम करेंगी हालांकि अभी तक किसी ने कॉल दर घटाने का एलान नहीं किया है।
पुराने एमआरपी पर नहीं बिकेगा सामान
कोई भी दुकानदार अब पुराने एमआरपी पर सामान नहीं बेच पाएगा। आज से सभी दुकानदारों को नयी एमआरपी के साथ ही सामान बेचना होगा। ऐसा न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. यहां उल्लेख कर दें कि पुराने एमआरपी पर सामान बेचने की आखिरी तारीख 30 सितंबर तय की थी।